कोलोराडो में एक भारतीय शख्स के घर के बाहर घृणा भरे संदेश लिखे गए.(फाइल फोटो)
कोलोराडो:
एक भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोतला की हत्या के बाद एक अन्य भारतीय के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. साउथ कोलोराडो की इस घटना में एक भारतीय शख्स के घर के बाहर घृणा भरे संदेश लिखे गए और घर पर अंडे भी फेंके गए. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक घृणा भरे संदेश के तहत उसके घर के बाहर लिखा गया-तुम भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए. अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन(एफबीआई) इस मामले की जांच कर रही है.
डेनवर मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय शख्स के घर घृणा भरे संदेश और नस्लीय भाषा को लिखा गया था. इस मामले में पीडि़त भारतीय शख्स का बयान तो सामने नहीं आया है लेकिन उसके मकान मालिक ने कहा कि इस तरह के घृणा भरे संदेशों वाले करीब 50 पेपर इस भारतीय शख्स के घर के दरवाजे, खिड़की और कार पर चिपके मिले थे. इसके अलावा करीब 40 अंडे वहां फेंके गए थे. मकान मालिक ने बताया, नस्लीय भाषा का भी इस्तेमाल किया गया था, मसलन-तुम ब्राउन या भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह किसी खास समूह की हरकत लगती है. हालांकि मकान मालिक के मुताबिक इस घटना के पड़ोसियों ने बेहद सदाशयता दिखाई और एकजुटता दिखाते हुए उस भारतीय के लिए पूरे घर को साफ दिया. उल्लेखनीय है कि हाल में एक अमेरिकी शख्स ने कंसास में एक भारतीय इंजीरियर श्रीनिवास को यह कहते हुए गोली मार दी कि मेरे देश से निकल जाओ. श्रीनिवास की उस घटना में मौत हो गई.
श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.
इसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
डेनवर मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय शख्स के घर घृणा भरे संदेश और नस्लीय भाषा को लिखा गया था. इस मामले में पीडि़त भारतीय शख्स का बयान तो सामने नहीं आया है लेकिन उसके मकान मालिक ने कहा कि इस तरह के घृणा भरे संदेशों वाले करीब 50 पेपर इस भारतीय शख्स के घर के दरवाजे, खिड़की और कार पर चिपके मिले थे. इसके अलावा करीब 40 अंडे वहां फेंके गए थे. मकान मालिक ने बताया, नस्लीय भाषा का भी इस्तेमाल किया गया था, मसलन-तुम ब्राउन या भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह किसी खास समूह की हरकत लगती है. हालांकि मकान मालिक के मुताबिक इस घटना के पड़ोसियों ने बेहद सदाशयता दिखाई और एकजुटता दिखाते हुए उस भारतीय के लिए पूरे घर को साफ दिया. उल्लेखनीय है कि हाल में एक अमेरिकी शख्स ने कंसास में एक भारतीय इंजीरियर श्रीनिवास को यह कहते हुए गोली मार दी कि मेरे देश से निकल जाओ. श्रीनिवास की उस घटना में मौत हो गई.
श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.
इसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
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