पेरिस:
पूरे यूरोप में क्रिसमस की तैयारियां ज़ोरों पर हैं और भले ही पेरिस अभी जलवायु परिवर्तन के महासम्मेलन का मेज़बान है, लेकिन यहां भी इस त्योहार की आहट साफ दिख रही है। यहां के बाज़ार सजने लगे हैं, और रात के वक्त दुकानें और सड़कें झिलमिलाती रंगीन रोशनियों में नहा जाती हैं, लोग हर जगह मौजमस्ती करते दिख रहे हैं। मंगलवार की सुबह अचानक सांता क्लॉज़ भी क्लाइमेट चेंज के इस महासम्मेलन में पहुंच गए और एक दिलचस्प वाकया हो गया।
लाल कपड़ों और सफेद दाढ़ी में सांता क्लॉज़ को देखा तो तमाम देशों के प्रतिनिधि उनके पास पहुंच गए। जलवायु परिवर्तन का सम्मेलन लंबा चलना है, सो, शायद कुछ प्रतिनिधियों के पास अभी करने को अधिक नहीं था, इसलिए वे सांता के साथ सेल्फी लेने लगे। इतने में फोटोग्राफरों और टीवी कैमरों ने सांता की तस्वीरें लेनी शुरू कीं। सांता को लगा कि वह हीरो बन गए हैं, सो, उन्होंने गाना शुरू कर दिया और लोगों को गिफ्ट बांटने लगे।
सांता क्लॉज़ के चारों और लगी भीड़ और हलचल देखकर थोड़ी देर में ही सुरक्षाकर्मी वहां आ गए। 13 नवंबर को शहर में हुए आतंकवादी हमलों के बाद पेरिस की पुलिस कोई जोखिम नहीं उठा रही, इसलिए उन्होंने तुरंत भीड़ को वहां से हटाया, फोटोग्राफरों को भगाया और सांता से सम्मेलन का पास दिखाने को कहा। 'अब तक हीरो बन चुके' सांता अब फंस गए, क्योंकि उनके पास एंट्री पास नहीं था, सिर्फ एक गिफ्ट का थैला था, जिसमें मौजूद तोहफों में पुलिस को कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन सांता क्लॉज़ अब पुलिस की गिरफ्त में थे।
इसके बाद पुलिस ने सांता क्लॉज़ की तलाशी ली और उन्हें थाने ले जाती दिखाई दी। इस वक्त तक सांता के चेहरे से क्रिसमस का नूर गायब हो चुका था, हवाइयां उड़ रही थीं। अब उन्हें पता चल चुका था कि इस माहौल में क्रिसमस के गिफ्ट नहीं, सम्मेलन का पास होना अधिक ज़रूरी है।
लाल कपड़ों और सफेद दाढ़ी में सांता क्लॉज़ को देखा तो तमाम देशों के प्रतिनिधि उनके पास पहुंच गए। जलवायु परिवर्तन का सम्मेलन लंबा चलना है, सो, शायद कुछ प्रतिनिधियों के पास अभी करने को अधिक नहीं था, इसलिए वे सांता के साथ सेल्फी लेने लगे। इतने में फोटोग्राफरों और टीवी कैमरों ने सांता की तस्वीरें लेनी शुरू कीं। सांता को लगा कि वह हीरो बन गए हैं, सो, उन्होंने गाना शुरू कर दिया और लोगों को गिफ्ट बांटने लगे।
सांता क्लॉज़ के चारों और लगी भीड़ और हलचल देखकर थोड़ी देर में ही सुरक्षाकर्मी वहां आ गए। 13 नवंबर को शहर में हुए आतंकवादी हमलों के बाद पेरिस की पुलिस कोई जोखिम नहीं उठा रही, इसलिए उन्होंने तुरंत भीड़ को वहां से हटाया, फोटोग्राफरों को भगाया और सांता से सम्मेलन का पास दिखाने को कहा। 'अब तक हीरो बन चुके' सांता अब फंस गए, क्योंकि उनके पास एंट्री पास नहीं था, सिर्फ एक गिफ्ट का थैला था, जिसमें मौजूद तोहफों में पुलिस को कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन सांता क्लॉज़ अब पुलिस की गिरफ्त में थे।
इसके बाद पुलिस ने सांता क्लॉज़ की तलाशी ली और उन्हें थाने ले जाती दिखाई दी। इस वक्त तक सांता के चेहरे से क्रिसमस का नूर गायब हो चुका था, हवाइयां उड़ रही थीं। अब उन्हें पता चल चुका था कि इस माहौल में क्रिसमस के गिफ्ट नहीं, सम्मेलन का पास होना अधिक ज़रूरी है।
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