अमेरिका ने चीनी J-11 लड़ाकू जेट के दक्षिण चीन सागर के अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में अपने विमान के बेहद करीब आ जाने को लेकर कड़ा ऐतराज जताया है. बता दें कि मंगलवार देर रात चीन का लड़ाकू जेट अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में दक्षिण चीन सागर पर नियमित संचालन कर रहे अमेरिकी वायु सेना के B-52 बमवर्षक विमान के 10 फीट से भी ज्यादा करीब आ गया था. अमेरिकी सेना के इंडो-पैसिफिक कमांड ने आगे कहा कि चीनी लड़ाकू पायलट की ऐसी हरकतों की वजह से दोनों ही जहाज के आपस में टकराने की आशंका बढ़ गई थी.
इस घटना को लेकर अमेरिका की इंडो-पेसिफिक कमांड ने एक वीडियो भी साझा किया है. इस वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि किस तरह से चीनी विमान पीछे से आकर अमेरिका के B-52 जहाज के करीब पहुंच जाता है. दोनों विमानों के बीच की दूरी बेहद कम दिख रही है. इस ट्वीट को करते समय इंडो पेसिफिक कमांड ने लिखा ये बेहद अनप्रोफेशनल तरीका था.
#USINDOPACOM Statement on #PRC Unprofessional Intercept: "A People's Republic of China J-11 pilot executed an unsafe intercept of a U.S. Air Force B-52 aircraft which was lawfully conducting routine operations over the South China Sea..."
— U.S. Indo-Pacific Command (@INDOPACOM) October 26, 2023
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पीएसीओएम ने यह भी कहा कि यह चूक 2021 के बाद से चीनी पायलटों के "गैर-पेशेवर" व्यवहार को लेकर देखे गए मामलों में बिल्कुल नई है. इस घटना के बाद अमेरिका के इस इलाके में सुरक्षित रूप से काम करने की क्षमता पर प्रभाव जरूर डाल सकती है.
पिछले हफ्ते पेंटागन ने इनमें से कुछ इंटरसेप्ट के फुटेज जारी किए थे, जिनमें से कई को वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने "जोखिम भरा और आक्रामक प्रकृति का" बताया था. एसोसिएटेड प्रेस ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि ये बातचीत चीन द्वारा क्षेत्रीय धमकी की एक बड़ी प्रवृत्ति का हिस्सा है जो गलती से संघर्ष का कारण बन सकती है. मंगलवार के इस इंटरसेप्ट पर अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों में इस तरह की कार्रवाइयों को "अधिक चिंताजनक" कहा गया है.
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