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This Article is From Sep 02, 2020

लद्दाख में तनाव के बीच चीन का बयान, शांति की भावना है, लेकिन उकसाए जाने पर पीछे नहीं हटेंगे

पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद पर चीन की प्रतिक्रिया आई है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि चीन ने कभी किसी देशपर कब्जा नहीं किया है और वो कभी अपनी तरफ से कोई समस्या नहीं खड़ी करता है.

लद्दाख में तनाव के बीच चीन का बयान, शांति की भावना है, लेकिन उकसाए जाने पर पीछे नहीं हटेंगे
भारत के साथ तनाव के बीच सीमा विवाद पर बोले चीनी विदेश मंत्री. (फाइल फोटो)
बीजिंग:

पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ चल रहे सीमा विवाद पर चीन की प्रतिक्रिया आई है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि चीन ने कभी किसी देशपर कब्जा नहीं किया है और वो कभी अपनी तरफ से कोई समस्या नहीं खड़ी करता है. उन्होंने कहा, 'चीन हमेशा से दुनियाभर में शांति को बढ़ावा देता रहा है. पीपुल्स रिपबल्कि ऑफ चाइना की स्थापना के वक्त से ही हमने कभी कोई युद्ध शुरू नहीं किया है, कभी किसी और की जमीन पर एक इंच भी कब्जा नहीं किया है.'

चीनी विदेश मंत्री ने United Nations की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर हुए अंतराराष्ट्रीय सेमिनार में कहा, 'हमने शांतिपूर्व विकास की राह पर चलने की अपनी प्रतिबद्धता को अपने संविधान में दर्ज किया है. हम कभी किसी घुसपैठ या क्षेत्रीय विस्तार में हिस्सा नहीं लिया है या फिर किसी भी क्षेत्र में प्रभाव की मांग नहीं की है. चीन को अपने खुद के विकास में पूरा गर्व और विश्वास है लेकिन हम दूसरे देशों को विकास के रास्ते का भी सम्मान करते हैं और हमारी किसी की भी विचारधारा में दखलंदाजी और अपना सिस्टम दूसरों पर थोपने में कोई दिलचस्पी नहीं है.'

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उन्होंने कहा, 'हम मानव सभ्यता की हर उपलब्धि से सीखना चाहते हैं और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों के अनुसार हर देश के साथ मित्रता और सहयोग का संबंध रखना चाहते हैं.' वांग यी ने कहा कि 'चीन दिक्कतें पैदा नहीं करता है लेकिन हम उकसाए जाने पर पीछे नहीं हटेंगे. हम चीन की अखंडता और प्रतिष्ठा की पूरी रक्षा करेंगे. चीन के अधिकारों और हितों को सबसे ऊपर रखेंगे और अंतरराष्ट्रीय नियमों और न्याय की सुरक्षा करेंगे.'

बता दें कि पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच ताजे झड़प की बात सामने आई है. इस बार इलाका पैंगॉन्ग झील है. सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी थी चीन की तरफ से 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात को चीनी जवानों ने यहां आक्रामक सैन्य गतिविधि की थी. सूत्रों के हवाले से जानकारी थी कि चीनी सेना ने यहां पर ब्लैक टॉप चोटी पर कब्जा जमाने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय सेना को इसकी जानकारी थी और उन्होंने जरूरी कदम उठाकर चीनी सेना को पीछे खदेड़ दिया था. 

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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में एक वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि LAC पर गतिरोध के चलते इस साल दोनों देशों के बीच 1962 के युद्ध (Indo-China War) के बाद से सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति बनी हुई है. उनके इस बयान के बाद चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान का बयान आया था कि दोनों देशों को LAC सहित सीमा के सभी मुद्दों पर भारत के साथ सभी मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने पर जोर दिया है.

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