
प्रतीकात्मक तस्वीर
बीजिंग:
भ्रष्टाचार के खिलाफ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के अभियान के तहत एक शीर्ष जनरल को मौत की सजा सुनाई गई। मौजूदा राष्ट्रपति के तहत करीब 40 उच्च स्तर के सैन्य अधिकारियों के खिलाफ चल रही जांच में यह पहली सजा है। हालांकि, उसकी मौत की सजा दो साल बाद लागू होगी।
सरकार संचालित समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जनरल लॉजिस्टिक डिपार्टमेंट के पूर्व उप प्रमुख गु जुनशान को रिश्वत लेने, सरकारी कोष का दुरुपयोग करने और पद का दुरुपयोग करने के मामले में दोषी पाया गया।
उसे आजीवन उसके राजनीतिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया और उसकी सारी निजी संपत्ति जब्त कर ली गई है। उससे उसका लेफ्टिनेंट जनरल का रैंक भी छीन लिया गया है। इसे पहले मीडिया में आई खबरों में बताया गया था कि वह ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा था।
बीजिंग यूथ डेली की खबर के मुताबिक, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के दो पूर्व उपाध्यक्ष सहित करीब 40 उच्च पदस्थ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ शी द्वारा एक व्यापक भ्रष्टाचार रोधी अभियान के तहत जांच चल रही है।
सरकार संचालित समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जनरल लॉजिस्टिक डिपार्टमेंट के पूर्व उप प्रमुख गु जुनशान को रिश्वत लेने, सरकारी कोष का दुरुपयोग करने और पद का दुरुपयोग करने के मामले में दोषी पाया गया।
उसे आजीवन उसके राजनीतिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया और उसकी सारी निजी संपत्ति जब्त कर ली गई है। उससे उसका लेफ्टिनेंट जनरल का रैंक भी छीन लिया गया है। इसे पहले मीडिया में आई खबरों में बताया गया था कि वह ऐशो आराम की जिंदगी जी रहा था।
बीजिंग यूथ डेली की खबर के मुताबिक, सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के दो पूर्व उपाध्यक्ष सहित करीब 40 उच्च पदस्थ सैन्य अधिकारियों के खिलाफ शी द्वारा एक व्यापक भ्रष्टाचार रोधी अभियान के तहत जांच चल रही है।
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