चीन में लगातर कम हो रही है शादियां
चीन इन दिनों एक अलग तरह की समस्या से जूझ रहा है. ये समस्या है घटती शादियों की. बताया जा रहा है कि चीन में हर बीतते साल के साथ बगैर शादी के रहने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बात अगर पिछले साल की करें तो 2023 की तुलना में शादियों के आंकड़े में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. इतना ही नहीं बात अगर बीते 12 सालों की करें तो शादियों का आकंड़ा घटकर आधा रह गया है. शादियों के इस आंकड़े ने चीन सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है. चीन की सरकार को अब जनसंख्या के बूढ़े होने और नवयुवकों की संख्या में भारी कमी आने का डर सताने लगा है.

हालांकि, सरकार इस बात को बढ़ावा दे रही है कि नौजवान शादी करें और परिवार को बढ़ाकर देश की आबादी को घटने से बचाएं. पिछले साल 61 लाख शादियों के लिए रजिस्ट्रेशन हुए. 2023 में ये आंकड़ा 77 लाख के आसपास था. जबकि 2020 में कोरोना के बावजूद शादियों में महज़ 12.2 फीसद की कमी आई थी.

2013 में चीन में 1 करोड़ 34 लाख शादियां हुई थीं यानी 2024 से दुगुनी से भी ज़्यादा.शादी ना करने की कई वजह सामने आ रही हैं. कहा जा रहा है कि पहले बच्चे पालने और उनकी पढ़ाई-लिखाई के भारी खर्च को इसके लिए जवाबदेह माना जाता था. लेकिन हाल के बरसों में अर्थव्यवस्था में आई मंदी की वजह से लोगों को नौकरियां मिलने में परेशानी हो रही है.

और जिनके पास नौकरियां हैं उनको लगता नहीं है कि ये पक्की है. 1980 से 2015 के बीच चीन की एक बच्चे की पॉलिसी और बढ़ते शहरीकरण की वजह से आबादी में काफी कमी आई.शादियों में कमी और घटती आबादी से चीन सरकार कितनी फिक्रमंद है.

इसका सबूत इस बात से मिलता है कि उसने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में शादी,प्यार,बच्चे और परिवारों के बारे में बताने के लिए प्रेम शिक्षा देना शुरू किया है.
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