चीन ने एक बयान में इस दावे को खारिज किया है कि कोविड-19 के बाद निदेशी निवेशक वहां से निकल रहे हैं. कई उदाहरण देकर उसने कहा है कि असल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बढ़ रहा है. उसने कहा है कि अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स, शंघाई और PWC के अप्रैल में जारी किए गए एक साझा सर्वे में बताया गया है कि 70 फीसदी अमेरिकी कंपनियों ने कहा है कि वे चीन से उत्पादन, सप्लाय या कच्चा माल लेना बंद नहीं करेंगी. ये कंपनियां अमेरिका और चीन के आर्थिक और व्यापार सहयोग के खत्म करने के भी खिलाफ हैं.
अमेरिकी चेंबर ऑफ कॉमर्स इन साउथ चाइना की रिपोर्ट के मुताबिक 75 फीसदी कंपनियां इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि कोविड महामारी के बावजूद चीन की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी और वे फिर से यहां निवेश की योजनाओं को नहीं बदलेंगे. उदाहरण के लिए 29 अप्रैल 2020 को Schneider Electric ने Xiamen के साथ करार किया और पर्यावरण के लिए बेहतर बिजली के उपकरण में निवेश करेंगे.
22 अप्रैल 2020 को ExxonMobi ने ग्वांगडॉंग में बड़े स्तर पर इथलीन प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए एक कार्यक्रम किया. वर्ल्ड बैंक के “Ease of Doing Business rankings” में चीन का स्थान पिछले साल से 15 रैंक ऊपर आ गया है. जनवरी में जारी किए गए UNCTAD के “Global Investment Trends Monitor” की रिपोर्ट में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने में चीन दुनिया में दूसरे नंबर पर है और विकासशील देशों में पहले नंबर पर.
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