चीन ने म्यांमार में सैन्य तख्तापलट (China coup in Myanmar) का समर्थन करने के आरोपों से इनकार किया है. म्यांमार में लोकतंत्र समर्थकों द्वारा यांगून में चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन के बाद चीन सरकार की ओर से यह बयान आया है.
हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' के मुताबिक लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने यांगून में चीनी दूतावास के सामने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारियों ने चीन से सेना (जुंटा) का समर्थन करना बंद करने को कहा था. म्यांमार सेना ने एक फरवरी को तख्तापलट कर आंग सान सू की समेत देश के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया था.
प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां थीं. इन पर लिखा था कि म्यांमार का समर्थन करें, न कि तानाशाह शासकों का'' और म्यांमार सेना की मदद करना बंद करें.चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से तख्तापलट को चीन का समर्थन मिलने के आरोपों पर कहा कि म्यांमार में कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं. कुछ लोग कहते हैं कि इसके पीछे चीन है. लेकिन म्यांमार में हमारे राजदूत चीन का रुख बता चुके हैं और उन्होंने इन अफवाहों का खंडन किया है.
प्रवक्ता ने कहा, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई गई. ऐसे लोग, दोनों देशों के बीच तनाव पैदा करना चाहते हैं. चीन का म्यांमार में सैन्य जुंटा के साथ करीबी संबंध था, जब उसने दो दशक से ज्यादा समय तक देश में शासन किया था. चीन ने तख्तापलट के बारे में उसे पहले से कोई सूचना होने से भी इनकार किया है.
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