बीजिंग:
चीन ने तेज रफ्तार और ऊंची लागत को लेकर विवाद के बीच अपनी महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन का सोमवार को परीक्षण किया। उसने बीजिंग और शांघाई के बीच सफर तय किया। परीक्षण के तहत बीजिंग से रेल 1318 किलोमीटर की दूरी के लिए रवाना हुई। उसमें सरकारी अधिकारी रेल मार्ग बनाने वाली कम्पनी के अधिकारी और पत्रकार थे। उसने आम रेलगाडी के मुकाबले आधे समय में, करीब पांच घंटे में सफर तय किया। ट्रेन औपचारिक तौर पर सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी आफ चायना की 90 वीं सालगिरह से एक दिन पहले 30 जून से परिचालन शुरू करेगी। इससे चीन दुनिया की उच्च प्रौद्योगिकी वाली परिवहन प्रणाली वाले देशों की पांत में आ जाएगा। बीजिंग-शांघाई मार्ग सात प्रांतों से गुजरेगा जिसमें देश के सर्वाधिक आबादी और आर्थिक तौर पर विकसित इलाके शामिल हैं। रेलवे मंत्रालय ने बताया कि बुलेट ट्रेनें प्रतिदिन 300 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 63 फेरे और 250 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 27 फेरे लेंगी। इस मार्ग के निर्माण पर साढे बत्तीस अरब डॉलर की लागत आई है।