इस्लामाबाद:
चीन ने एक चरमपंथी संगठन से खतरे की आशंका को देखते हुए पाकिस्तान में अपने राजदूत के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की मांग की है. चीन ने बीते 19 अक्टूबर को पाकिस्तान के गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अपने राजदूत याओ जिंग को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान किए जाने का आग्रह किया. यह पत्र स्थानीय मीडिया के पास उपलब्ध है.
अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक कोरिडोर (सीपेक) के मुख्य कर्ता-धर्ता पिंग यिंग फी ने यह पत्र लिखा है. पिंग ने कहा कि याओ को अब्दुल वली नामक चरमपंथी से खतरा है. वली का ताल्लुक ‘ईस्ट तुर्कमेनिस्तान इंडिपेंडेंट मूवमेंट’ (ईटीआईएम) से है. यह संगठन चीन के शिनजियांग प्रांत में सक्रिय है. चीन ने पाकिस्तान से कहा कि वह उसके राजदूत और पाकिस्तान में काम कर रहे दूसरे चीनी नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अरबों डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक कोरिडोर (सीपेक) के मुख्य कर्ता-धर्ता पिंग यिंग फी ने यह पत्र लिखा है. पिंग ने कहा कि याओ को अब्दुल वली नामक चरमपंथी से खतरा है. वली का ताल्लुक ‘ईस्ट तुर्कमेनिस्तान इंडिपेंडेंट मूवमेंट’ (ईटीआईएम) से है. यह संगठन चीन के शिनजियांग प्रांत में सक्रिय है. चीन ने पाकिस्तान से कहा कि वह उसके राजदूत और पाकिस्तान में काम कर रहे दूसरे चीनी नागरिकों की सुरक्षा बढ़ाए.
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