रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग बढ़ती ही जा रही है. बेलारूस में सोमवार को दोनों देशों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही है. यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर 64 किलोमीटर लंबा रूसी सैन्य काफिला बढ़ रहा है. इसी बीच, अंतरराष्ट्रीय अदालत (The International Court of Justice) ने मंगलवार को कहा, "वह यूक्रेन में युद्ध को लेकर 7 और 8 मार्च को सुनवाई करेगा, क्योंकि लड़ाई तेज़ हो गई है..." अदालत ने एक बयान में कहा, "अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख न्यायिक अंग, नरसंहार के अपराध की रोकथाम और सजा पर कन्वेंशन के तहत नरसंहार के आरोपों से संबंधित मामले में सोमवार 7 और मंगलवार 8 मार्च 2022 को सार्वजनिक सुनवाई करेगा..." गौरतलब है, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के अभियोजक ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह रूस के आक्रमण के बाद 'यूक्रेन की स्थिति' पर जांच शुरू कर रहा है.
यह भी पढ़ें : सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि 6,60,000 से अधिक लोग पहले ही विदेश भाग चुके हैं, यह अनुमान लगाते हुए कि पूर्व सोवियत यूक्रेन (Soviet Ukraine), जिसकी आबादी चार करोड़ 40 लाख थी, में दस लाख लोग विस्थापित हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि आने वाले महीनों में 40 लाख शरणार्थियों को मदद की जरूरत हो सकती है और देश के भीतर 1.2 करोड़ और शरणार्थियों (Refugees) को मदद की जरूरत होगी.
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के अभियोजक करीम खान ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वह रूस के आक्रमण के बाद "यूक्रेन की स्थिति" पर जांच शुरू कर रहे हैं. खान ने सोमवार को एक बयान में कहा, "मैं इस बात से संतुष्ट हूं कि यह मानने का एक उचित आधार है कि यूक्रेन में कथित युद्ध अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध दोनों ही 2014 से किए गए हैं."
यह भी पढ़ें : यूक्रेन संकट पर UN प्रस्ताव पर भारत की स्थिति हमारे हितों पर आधारित होगी : श्रृंगला
रूस ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों, बहिष्कारों को धता बताते हुए आक्रामक तरीके से आगे बढ़ने के लिए कहा. इसका उद्देश्य यूक्रेन के रूसी वक्ताओं का बचाव करना और नेतृत्व को गिराना है.
Ukraine Kharkiv Crisis : Indian Students फंसे बंकर में, सरकार पर निकला गुस्सा, लगाई गुहार भी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं