कनाडा ने कहा है कि वह इबोला संक्रमित अफ्रीकी देशों में मरीजों के इलाज के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लयूएचओ) को प्रायोगिक दवाओं की 1,000 डोज दान में देगा।
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, कनाडाई स्वास्थ्य मंत्री रोना एम्ब्रोस ने एक बयान में कहा, "इबोला संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए कनाडाई शोधकर्ताओं द्वारा विकसित की गई प्रायोगिक दवाओं के दान का प्रस्ताव रखते हुए मुझे बेहद खुशी हो रही है।" एम्ब्रोस ने कहा कि कनाडा प्रायोगिक दवाओं की 1,500 डोज में से 800 से 1,000 डोज दान में देगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वीएसवी-ईबीओवी नाम से विकसित की गई दवाओं को अभी तक हालांकि मनुष्यों पर प्रयोग नहीं किया गया है, लेकिन जानवरों पर प्रयोग के दौरान बेहद सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
उन्होंने कहा, "कनाडा का मानना है कि ये प्रायोगिक दवाएं वैश्विक स्त्रोत हैं, इसलिए इसका कुछ हिस्सा कनाडा के लिए रखते हुए हम इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ साझा कर रहे हैं।"
डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को कहा कि पश्चिमी अफ्रीकी देशों गिनी, लाइबेरिया, सिएरा लियोन और नाइजीरिया में इबोला वायरस से अब तक 1,013 लोग मारे जा चुके हैं। डब्ल्यूएचओ ने इबोला की रोकथाम के लिए प्रायोगिक दवाओं के इस्तेमाल को भी मंजूरी दे दी। इबोला वायरस संक्रमित व्यक्ति के रक्त, शारीरिक द्रव्य के संपर्क में आने से फैलता है।
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