
यांग जीची।
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चीन के युवा स्टेट काउंसिलर यांग जीची का बयान
संप्रभुता का मुद्दा चीन के लिए सबसे महत्वपूर्ण
अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा मानता है चीन
पूर्वजों की विरासत नहीं छोड़ सकते
चीन के युवा राजनयिक यांग जीची ने कहा, ‘‘संप्रभुता का मुद्दा चीन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।’’ स्टेट काउंसिलर यांग ने कहा कि हालांकि चीन एक बड़ा देश है लेकिन हम अपने पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई विरासत में एक सेंटीमीटर भी नहीं छोड़ सकते। स्टेट कउंसिलर यांग का रैंक विदेश मंत्री से ऊपर है।
भारत-चीन सीमा विवाद पर वार्ता के दौर में यांग की टिप्पणी अहम
यांग की टिप्पणी भारत के लिए काफी महत्व रखती है क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ सीमा वार्ता के लिए वह चीन के विशेष प्रतिनिधि हैं। सीमा विवाद के हल के लिए भारत और चीन के बीच अब तक 19 दौर की बातचीत हो चुकी है। विवाद के केंद्र में अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन का दावा है और उसका कहना है कि यह दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है। चीन सीमा मुद्दे को इतिहास की विरासत मानता है और वह दोनों देशों के बीच प्रभावी सीमा के लिए मैकमोहन रेखा को मान्यता देने से इनकार करता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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