ब्रिटिश सोशल सर्विसेज ने काम के सिलसिले में ब्रिटेन आई एक गर्भवती इतालवी महिला का जबरन ऑपरेशन कर उसकी कोख से बच्ची बाहर निकाल ली थी।
अब यह बच्ची 15 माह की हो चुकी है और सोशल सर्विसेज ने इसे गोद देने वाले बच्चों की सूची में रखा है। बच्ची की मां उसे हासिल करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही है।
संडे टेलीग्राफ अखबार में कल प्रकाशित खबर में महिला के वकीलों के हवाले से बताया गया है कि पूर्वी इंग्लैंड के एसेक्स में महिला को नशीला पदार्थ दे कर अधिकारियों ने उसकी कोख से ऑपरेशन के जरिये बच्ची को बाहर निकाल लिया।
अखबार के अनुसार, इन अधिकारियों का कहना है कि महिला मानसिक समस्या की शिकार थी और उन्होंने जो किया वह बच्ची की बेहतरी के लिए था।
महिला की वकील ब्रेन्डेन फ्लेमिंग ने अखबार से कहा 'अपने 40 साल के करियर में मैंने न कभी ऐसा देखा न सुना।' संडे टेलीग्राफ में बताया गया है कि यह महिला वर्ष 2012 में लंदन के स्टैंस्टेड हवाईअड्डे पर दो सप्ताह के एक प्रशिक्षण कोर्स के लिए गई थी। वहीं उसे तेज दर्द हुआ। उसके परिजनों को लगा कि वह 'बाइपोलर कंडीशन' (एक तरह की मानसिक समस्या) की दवा लेना भूल गई है।
अब महिला अपनी बच्ची को वापस लेने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही है। लेकिन उसे बताया गया कि बच्ची को गोद देने के लिए सूची में रखा जाएगा।
लिबरल डेमोक्रैट पार्टी के ब्रिटिश सांसद जॉन हैमिंग इस सप्ताह संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे।
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