ब्रिटेन की पीएम थेरेसा मे
लंदन:
ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे ने बुधवार को अपने नेतृत्व में अहम विश्वास मत जीत लिया. कंजर्वेटिव पार्टी के कुल 317 सांसदों में से 200 ने उनके पक्ष में वोट दिए जबकि 117 मत उनके खिलाफ पड़े. उनकी पार्टी के 48 सांसदों ने अविश्वास पत्र दिया था जिसके बाद यह विश्वास मत कराया गया. टेरेसा मे ने नतीजे घोषित होने के तुरंत बाद डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर एक बयान में कहा, ‘मैं समर्थन के लिए आभारी हूं, मेरे कई सहयोगियों ने मेरे खिलाफ वोट दिया और उन्होंने जो कहा मैंने उसे सुना.'
उन्होंने कहा, ‘इस वोट के बाद अब हमें ब्रिटिश लोगों के लिए ब्रेक्जिट और इस देश के लिए बेहतर भविष्य बनाने के काम पर ध्यान लगाने की जरुरत है.' उन्होंने कहा कि जब वह गुरुवार को यूरोपीय परिषद की बैठक के लिए ब्रसेल्स जाएंगी तो उनकी मंशा अपने ब्रेक्जिट समझौते के विवादित आयामों पर यूरोपीय संघ के साथ बातचीत करने की होगी.
यूरोपीय संघ के साथ हुए ब्रेक्जिट समझौते से नाखुश सांसदों ने मे के भविष्य पर बुधवार शाम को मतदान शुरू किया. काफी संख्या में सांसदों ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि वह प्रधानमंत्री के पक्ष में वोट करेंगे लेकिन मतदान गुप्त होने के कारण नतीजों पर अनिश्चितता बनी रहेगी. मे ने मतदान से पहले अपने सहकर्मियों से कहा कि उन्होंने सभी की आलोचनाएं सुनी और वह पद से हटने से पहले ब्रेक्जिट की प्रक्रिया पूरी होते देखना चाहती हैं.
इसका मतलब है कि वह 2022 में होने वाले अगले आम चुनावों में पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगी. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि नेतृत्व को चुनौती देने से ब्रेक्जिट में देरी होगी या फिर यह रद्द भी हो सकता है. मे को अपनी पार्टी के ज्यादातर सांसदों को राजी करना था और चुनाव जीतने के लिए कम से कम 159 वोटों की आवश्यकता थी.
उन्होंने कहा, ‘इस वोट के बाद अब हमें ब्रिटिश लोगों के लिए ब्रेक्जिट और इस देश के लिए बेहतर भविष्य बनाने के काम पर ध्यान लगाने की जरुरत है.' उन्होंने कहा कि जब वह गुरुवार को यूरोपीय परिषद की बैठक के लिए ब्रसेल्स जाएंगी तो उनकी मंशा अपने ब्रेक्जिट समझौते के विवादित आयामों पर यूरोपीय संघ के साथ बातचीत करने की होगी.
यूरोपीय संघ के साथ हुए ब्रेक्जिट समझौते से नाखुश सांसदों ने मे के भविष्य पर बुधवार शाम को मतदान शुरू किया. काफी संख्या में सांसदों ने सार्वजनिक तौर पर कहा कि वह प्रधानमंत्री के पक्ष में वोट करेंगे लेकिन मतदान गुप्त होने के कारण नतीजों पर अनिश्चितता बनी रहेगी. मे ने मतदान से पहले अपने सहकर्मियों से कहा कि उन्होंने सभी की आलोचनाएं सुनी और वह पद से हटने से पहले ब्रेक्जिट की प्रक्रिया पूरी होते देखना चाहती हैं.
इसका मतलब है कि वह 2022 में होने वाले अगले आम चुनावों में पार्टी का नेतृत्व नहीं करेंगी. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि नेतृत्व को चुनौती देने से ब्रेक्जिट में देरी होगी या फिर यह रद्द भी हो सकता है. मे को अपनी पार्टी के ज्यादातर सांसदों को राजी करना था और चुनाव जीतने के लिए कम से कम 159 वोटों की आवश्यकता थी.
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