38 साल के आदमी की पुलिस की गाड़ी की डिग्गी में गैस से दम घोंटे जाने की तस्वीरें सामने आईं हैं. इन तस्वीरों से ब्राजील में पुलिस के खिलाफ खूब गुस्सा जाहिर किया जा रहा है. फोन कैमरा में ली गई तस्वीरों में दिखता है कि पुलिस अफसर हथकड़ी लगा कर व्यक्ति को पुलिस की गाड़ी की डिग्गी में डालते हैं और इसमें एक गैस सिलेंडर खोल देते हैं. यह तब तक होता है जब तक उनकी चीखें शांत नहीं हो जातीं या फिर उसके पैर ढीले नहीं पड़ जाते.
रॉयटर्स के अनुसार, ब्राजील की संघीय पुलिस ने एक स्टेटमेंट में कहा कि उन्होंने उन परिस्थितियों की जांच शुरु कर दी है जिनमें यह घटना हुई. जेनिवाल्डो डे जिज़स सेंटोस की क्रूर हत्या को परिवार के लोगों ने दम घोंटने से हुई हत्या बताई है. इसे अब सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. परिवारवालों का कहना है कि यह व्यक्ति स्कि्टज़ोफ्रेनिया (schizophrenia) से पीड़ित था.
इन तस्वीरों से कुछ दिन पहले पुलिस हिंसा का एक और मामले सोशल मीडिया पर निंदा हो रही थी. और परिवारजनों ने हाइवे जाम पर टायरों को आग लगाई थी और न्याय की मांग की थी. इस हफ्ते की शुरुआत में रियो दे जिनेरियो के एक स्लम में पुलिस की रेड में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई थी.
पीड़ित के परिवार के मुताबिक, जब सेंटोस इलाके में बाइक चला रहा था तब पुलिस उसके पास पहुंची. पुलिस को उसके पास से स्किट्ज़ोफ्रेनिया की दवा मिली तो वो घबरा गया.
इसके बाद उन्होंने कुछ गैस छोड़ी, जब तक वो बेहोश नहीं हो गया. फिर वो अस्पताल ले गए. लेकिन फिर बहुत देर हो गई थी.
एक स्टेटमेंट में, ब्राजील फेडरल हाइवे पुलिस (PRF)ने बताया कि वो पुलिस को पास नहीं आने दे रहा था. उसकी आक्रामकता के कारण उसे बेहोश करना पड़ा.
पुलिस स्टेशन के रास्ते में सेंटोस की तबियत खराब हो गई थी और अस्पताल पहुंचने पर उसकी मौत हो गई थी.
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