ढाका:
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में शुक्रवार को एक ब्लॉगर और सामाजिक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। अहमद रजीब हैदर बांग्लादेश में युद्ध अपराधियों को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे और अपने ब्लॉग और सोशल मीडिया के माध्यम से भी मुहिम चला रहे थे।
5 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे लोग, जिनमें ज्यादातर युवा है, मांग कर रहे हैं कि जमात−ए−इस्लामी पार्टी के नेता अब्दुल कादिर मुल्ला को फांसी दी जाए। कादिर को युद्ध अपराध का दोषी पाए जाने पर उमकैद की सजा दी गई है, लेकिन प्रदर्शनकारी उमकैद को फांसी की सजा में बदलने की मांग कर रहे हैं। कादिर ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का साथ दिया था। अधिकतर बांग्लादेशियों का मानना है कि 1971 के बाद से इस तरह का आंदोलन नहीं हुआ है।
5 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे लोग, जिनमें ज्यादातर युवा है, मांग कर रहे हैं कि जमात−ए−इस्लामी पार्टी के नेता अब्दुल कादिर मुल्ला को फांसी दी जाए। कादिर को युद्ध अपराध का दोषी पाए जाने पर उमकैद की सजा दी गई है, लेकिन प्रदर्शनकारी उमकैद को फांसी की सजा में बदलने की मांग कर रहे हैं। कादिर ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का साथ दिया था। अधिकतर बांग्लादेशियों का मानना है कि 1971 के बाद से इस तरह का आंदोलन नहीं हुआ है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं