अबुजा:
नाइजीरियाई शहर माइदुगुरी की एक मस्जिद में दो आत्मघाती हमलावरों ने खुद को बम से उड़ा लिया, जिसके कारण वहां इबादत करने आए दर्जनों लोग मारे गए। माइदुगुरी को बोको हराम के आतंकियों द्वारा लगातार निशाना बनाया जाता रहा है।
घटनास्थल के पास ही मौजूद एक व्यापारी मुहतारी अहमदु ने कहा, 'मस्जिद में मौजूद सभी लोग मारे गए। एक भी व्यक्ति बच नहीं पाया।' इस्लामी समूह बोको हराम के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों को सहयोग दे रही सतर्कता समिति के सदस्य अमादु मार्ते ने कहा, 'हमने मस्जिद के बाहर 42 शवों की गिनती की।'
पुलिस ने की 14 मौतों की ही पुष्टि
बोर्नो राज्य की पुलिस ने मस्जिद में दोहरे विस्फोट की पुष्टि की, लेकिन मरने वालों की संख्या महज 14 ही बताई। पुलिस ने बयान में कहा, विस्फोटों के बाद मस्जिद गिर गई और 'नमाज पढ़ रहे कई लोग' घायल हो गए। बयान में कहा गया, 'हताहतों को यूनिवर्सिटी ऑफ माइदुगुरी टीचिंग हॉस्पिटल और माइदुगुरी के विशेष उपचार सुविधा वाले अस्पतालों में ले जाया गया।'
श्रद्धालु बनकर मस्जिद में घुसे थे हमलावर
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बमधारियों ने इबादत करने वाले श्रद्धालुओं के वेश में मस्जिद में प्रवेश किया था। एक हमलावर ने मस्जिद में प्रवेश करने के बाद पहला विस्फोट किया। जैसे ही लोग पीड़ितों की मदद के लिए दौड़े, दूसरे बम हमलावर ने कुछ ही समय बाद विस्फोट कर दिया। मार्ते ने कहा, 'जब बचावकर्मी और अन्य लोग घटनास्थल के सामने पहुंचे तो दूसरे बमवाहक ने खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।'
बोको हराम पर धमाकों का शक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट पश्चिमी माइदुगुरी उपनगर के मोलाई में शाम साढ़े छह बजे हुए। उस समय लोग शाम की नमाज के लिए एकत्र हुए थे। हमले की जिम्मेदारी लेने का तत्काल कोई दावा नहीं किया गया, लेकिन संदेह बोको हराम पर है। इस संगठन की स्थापना वर्ष 2002 में बोर्नो राज्य की राजधानी माइदुगुरी में हुई थी।
घटनास्थल के पास ही मौजूद एक व्यापारी मुहतारी अहमदु ने कहा, 'मस्जिद में मौजूद सभी लोग मारे गए। एक भी व्यक्ति बच नहीं पाया।' इस्लामी समूह बोको हराम के खिलाफ लड़ाई में सुरक्षा बलों को सहयोग दे रही सतर्कता समिति के सदस्य अमादु मार्ते ने कहा, 'हमने मस्जिद के बाहर 42 शवों की गिनती की।'
पुलिस ने की 14 मौतों की ही पुष्टि
बोर्नो राज्य की पुलिस ने मस्जिद में दोहरे विस्फोट की पुष्टि की, लेकिन मरने वालों की संख्या महज 14 ही बताई। पुलिस ने बयान में कहा, विस्फोटों के बाद मस्जिद गिर गई और 'नमाज पढ़ रहे कई लोग' घायल हो गए। बयान में कहा गया, 'हताहतों को यूनिवर्सिटी ऑफ माइदुगुरी टीचिंग हॉस्पिटल और माइदुगुरी के विशेष उपचार सुविधा वाले अस्पतालों में ले जाया गया।'
श्रद्धालु बनकर मस्जिद में घुसे थे हमलावर
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बमधारियों ने इबादत करने वाले श्रद्धालुओं के वेश में मस्जिद में प्रवेश किया था। एक हमलावर ने मस्जिद में प्रवेश करने के बाद पहला विस्फोट किया। जैसे ही लोग पीड़ितों की मदद के लिए दौड़े, दूसरे बम हमलावर ने कुछ ही समय बाद विस्फोट कर दिया। मार्ते ने कहा, 'जब बचावकर्मी और अन्य लोग घटनास्थल के सामने पहुंचे तो दूसरे बमवाहक ने खुद को उड़ा लिया। इस विस्फोट ने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।'
बोको हराम पर धमाकों का शक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट पश्चिमी माइदुगुरी उपनगर के मोलाई में शाम साढ़े छह बजे हुए। उस समय लोग शाम की नमाज के लिए एकत्र हुए थे। हमले की जिम्मेदारी लेने का तत्काल कोई दावा नहीं किया गया, लेकिन संदेह बोको हराम पर है। इस संगठन की स्थापना वर्ष 2002 में बोर्नो राज्य की राजधानी माइदुगुरी में हुई थी।
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