काबुल:
काबुल हवाईअड्डे के पास आज आत्मघाती कार बम हमला हुआ, जिसमें एक असैन्य व्यक्ति की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। ऐसा प्रतीत होता है कि हमला विदेशी बलों के एक काफिले को निशाना बनाकर किया गया।
तत्काल किसी समूह ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमला ऐसे समय हुआ है जब तालिबान ने सरकारी और विदेशी लक्ष्यों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं।
काबुल हवाईअड्डे के पास हुआ विस्फोट
काबुल के उप-पुलिस प्रमुख गुल आगा रूहानी ने कहा, विस्फोट काबुल हवाईअड्डे के पास हुआ। हम ब्यौरे का पता लगा रहे हैं। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने ट्विटर पर कहा, आज हुए कार बम विस्फोट में एक असैन्य व्यक्ति की मौत हो गई और चार असैन्य लोग घायल हो गए। हमला पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के काबुल दौरे के एक दिन बाद हुआ है। शरीफ तालिबान के साथ ताजा शांति वार्ता के लिए आधार तैयार करने के मकसद से आए थे।
पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई
पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई थी, लेकिन बातचीत तब थम गई जब विद्रोहियों ने अपने नेता रहे मुल्ला उमर की मौत की विलंब से पुष्टि की। अफगान बल दक्षिणी हेलमंद प्रांत में अफीम की प्रचुर पैदावार वाले सांगिन जिले के एक बड़े इलाके से तालिबान को खदेड़ने की कोशिशों में लगे हैं, जिसने इस क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया था।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि अधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी वार्ता के दौरान अधिक फायदा हासिल करने की तालिबान की कोशिशों को दर्शाती है।
तत्काल किसी समूह ने इस विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमला ऐसे समय हुआ है जब तालिबान ने सरकारी और विदेशी लक्ष्यों पर अपने हमले तेज कर दिए हैं।
काबुल हवाईअड्डे के पास हुआ विस्फोट
काबुल के उप-पुलिस प्रमुख गुल आगा रूहानी ने कहा, विस्फोट काबुल हवाईअड्डे के पास हुआ। हम ब्यौरे का पता लगा रहे हैं। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने ट्विटर पर कहा, आज हुए कार बम विस्फोट में एक असैन्य व्यक्ति की मौत हो गई और चार असैन्य लोग घायल हो गए। हमला पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के काबुल दौरे के एक दिन बाद हुआ है। शरीफ तालिबान के साथ ताजा शांति वार्ता के लिए आधार तैयार करने के मकसद से आए थे।
पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई
पाकिस्तान ने जुलाई में पहले दौर की वार्ता कराई थी, लेकिन बातचीत तब थम गई जब विद्रोहियों ने अपने नेता रहे मुल्ला उमर की मौत की विलंब से पुष्टि की। अफगान बल दक्षिणी हेलमंद प्रांत में अफीम की प्रचुर पैदावार वाले सांगिन जिले के एक बड़े इलाके से तालिबान को खदेड़ने की कोशिशों में लगे हैं, जिसने इस क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया था।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि अधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी वार्ता के दौरान अधिक फायदा हासिल करने की तालिबान की कोशिशों को दर्शाती है।
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