
बेल्जियम:
उसके बात करने का तरीका थोड़ा अजीब है, वो हिलने-डुलने में भी हिचकिचाता सा लगता है, लेकिन फिर भी "पेपर" नाम का ये रोबोट बेल्जियम के दो अस्पतालों के मरीजों की मदद के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस रोबोट को विकसित करने वाले सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ ने बताया कि ये मानव मशीन जिसके सीने पर स्क्रीन है और जिसका सिर गोल है, संसार का पहला ऐसा रोबोट है जो चिकित्सकीय तरीकों के मुताबिक लोगों का अभिवादन करता है। दो "पेपर" ओस्टेंड और लीग के अस्पतालों में अपनी रिसेप्शन ड्यूटी निभा रहे हैं जहां सोमवार को ही "सेंटर हॉस्पिटेलियर रीजनल ला सिटाडेले " में उसे प्रस्तुत किया गया था। 
20 भाषाओं का जानकार है ये रोबोट
सफेद फ्रेम के 140 सेमी ( 4 फुट 7 इंच) लंबे "पेपर" के पांव में चक्के लगे हैं और ये 20 भाषाएं जानता है। "पेपर" आवाज पहचान कर ये भी बता सकता है कि वह आदमी से बात कर रहा है या किसी औरत या बच्चे से। 30000 यूरो की कीमत वाला ये " रोबोट सहायक" अभी लीग के अस्पताल में कुछ समय और रहेगा। पेपर के दिमाग का सॉफ्टवेयर बनाने वाली बेल्जियम की "जोरा बोट्स" कम्पनी की रफाल टस्सार्ट ने बताया कि ओस्टेंड के "एजेड दामियान" हॉस्पिटल में ये लोगों को रास्ता बताने के काम में आएगा।
दुकानों और मॉल्स में भी टेस्ट किए जा चुके हैं ऐसे राबर्ट्स
"पेपर" के पुर्जे एशिया से आए हैं लेकिन इसे फ्रांस में असेंबल किया गया है। इसे जापान की कुछ दुकानों में और बड़े फ्रेंच मॉल में भी रीटेल संबंधी कार्यों के लिए टेस्ट किया जा चुका है, लेकिन रिसेप्शन संबंधी कार्यों के लिए पहली बार इसका उपयोग किया गया है। इसी कम्पनी के छोटे रोबोट , 57 सेमी के "नाओ", दुनिया भर के करीब 300 अस्पतालों और सेवानिवृत्ति और देखभाल घरों में लगाया जा चुका है। लीग और ओस्टेंड में उनका बाल रोग और वृद्ध रोग विभागों के लिए सहायक के तौर पर उपयोग किया जाएगा।

20 भाषाओं का जानकार है ये रोबोट
सफेद फ्रेम के 140 सेमी ( 4 फुट 7 इंच) लंबे "पेपर" के पांव में चक्के लगे हैं और ये 20 भाषाएं जानता है। "पेपर" आवाज पहचान कर ये भी बता सकता है कि वह आदमी से बात कर रहा है या किसी औरत या बच्चे से। 30000 यूरो की कीमत वाला ये " रोबोट सहायक" अभी लीग के अस्पताल में कुछ समय और रहेगा। पेपर के दिमाग का सॉफ्टवेयर बनाने वाली बेल्जियम की "जोरा बोट्स" कम्पनी की रफाल टस्सार्ट ने बताया कि ओस्टेंड के "एजेड दामियान" हॉस्पिटल में ये लोगों को रास्ता बताने के काम में आएगा।
दुकानों और मॉल्स में भी टेस्ट किए जा चुके हैं ऐसे राबर्ट्स
"पेपर" के पुर्जे एशिया से आए हैं लेकिन इसे फ्रांस में असेंबल किया गया है। इसे जापान की कुछ दुकानों में और बड़े फ्रेंच मॉल में भी रीटेल संबंधी कार्यों के लिए टेस्ट किया जा चुका है, लेकिन रिसेप्शन संबंधी कार्यों के लिए पहली बार इसका उपयोग किया गया है। इसी कम्पनी के छोटे रोबोट , 57 सेमी के "नाओ", दुनिया भर के करीब 300 अस्पतालों और सेवानिवृत्ति और देखभाल घरों में लगाया जा चुका है। लीग और ओस्टेंड में उनका बाल रोग और वृद्ध रोग विभागों के लिए सहायक के तौर पर उपयोग किया जाएगा।