
सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की सीरिया में सरीन गैस इस्तेमाल को लेकर 'स्पष्ट और ठोस सबूत' वाली रिपोर्ट 'अवास्तविक' है और उन्होंने इससे इनकार किया कि हमले के पीछे उनकी सरकार थी।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
वाशिंगटन:
सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की सीरिया में सरीन गैस इस्तेमाल को लेकर 'स्पष्ट और ठोस सबूत' वाली रिपोर्ट 'अवास्तविक' है और उन्होंने इससे इनकार किया कि हमले के पीछे उनकी सरकार थी।
सीरिया की राजधानी दमिश्क में फॉक्स न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में असद ने कहा उस रासायनिक हमले के लिए आतंकी गुनहगार हैं, जिसमें अमेरिका के अनुसार सैकड़ों बच्चों सहित 1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस साक्षात्कार का प्रसारण बुधवार को हुआ।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में किसी को कसूरवार तो नहीं ठहराया गया है, पर कई विशेषज्ञों ने रिपोर्ट की व्याख्या करते हुए कहा है कि संकेत है कि हमले को असद के बलों ने अंजाम दिया। उन्होंने कहा, यह सच नहीं है... हमने घोउटा में किसी रासायनिक हथियार का इस्तेमाल नहीं किया। असद ने कहा कि उनकी सरकार अपने रासायनिक हथियारों को त्यागने के संबंध में अमेरिका और रूस के अधिकारियों के साथ हुए एक तालमेल पर राजी है।
उन्होंने कहा कि हथियारों को नष्ट करने में करीब एक साल का समय लगेगा और इस पर एक अरब डॉलर का खर्च आएगा। उन्होंने कहा, हमने यह कभी नहीं कहा कि हम इससे आंशिक रूप से जुड़ रहे हैं... हम इसमें पूरी तरह शामिल हैं। हमने पत्र भेजा है। हमने दस्तावेज भेजा है और इस करार के पूर्णरूपेण पालन के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
सीरिया की राजधानी दमिश्क में फॉक्स न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में असद ने कहा उस रासायनिक हमले के लिए आतंकी गुनहगार हैं, जिसमें अमेरिका के अनुसार सैकड़ों बच्चों सहित 1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस साक्षात्कार का प्रसारण बुधवार को हुआ।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में किसी को कसूरवार तो नहीं ठहराया गया है, पर कई विशेषज्ञों ने रिपोर्ट की व्याख्या करते हुए कहा है कि संकेत है कि हमले को असद के बलों ने अंजाम दिया। उन्होंने कहा, यह सच नहीं है... हमने घोउटा में किसी रासायनिक हथियार का इस्तेमाल नहीं किया। असद ने कहा कि उनकी सरकार अपने रासायनिक हथियारों को त्यागने के संबंध में अमेरिका और रूस के अधिकारियों के साथ हुए एक तालमेल पर राजी है।
उन्होंने कहा कि हथियारों को नष्ट करने में करीब एक साल का समय लगेगा और इस पर एक अरब डॉलर का खर्च आएगा। उन्होंने कहा, हमने यह कभी नहीं कहा कि हम इससे आंशिक रूप से जुड़ रहे हैं... हम इसमें पूरी तरह शामिल हैं। हमने पत्र भेजा है। हमने दस्तावेज भेजा है और इस करार के पूर्णरूपेण पालन के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं