वाशिंगटन:
अमेरिका द्वारा भारत जैसे सहयोगी एवं मित्र राष्ट्रों की भी जासूसी किए जाने की खबरों के बीच राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि सभी देश एकदूसरे की गुप्त सूचनाएं एकत्र करते हैं।
सीएनएन के मुताबिक, ओबामा ने कहा, 'मैं आपको इस बात की गारंटी देता हूं यूरोपीय देशों की राजधानियों में ऐसे लोग मौजूद हैं जिन्हें इस बात में भी रुचि है कि मुझे उनके नेताओं से क्या बातचीत करनी चाहिए।'
तंजानिया में एक सम्मलेन के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के पूर्व विश्लेषक एडवर्ड स्नोडेन द्वारा हाल ही में लीक किए गए दस्तावेजों पर पूछे गए सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा, 'खुफिया एजेंसी ऐसे ही काम करती हैं।'
ओबामा का कहना है कि ऐसी जासूसी हर जगह होती है लेकिन उन्होंने सामान्य सूचनाओं को एकत्र करने और स्नोडेन द्वारा 'द गार्जियन' व 'वाशिंगटन पोस्ट' समाचार पत्रों को आतंकवाद विरोधी किसी कार्यक्रम के संबंध में दी गई जानकारी को अलग करके देखने की बात कही। उन्होंने कहा कि डेर स्पीजेल पत्रिका में किसी खास कार्यक्रम के बारे में किए गए जिक्र के संबंध में उन्हें और जानकारियां चाहिए। पत्रिका के मुताबिक स्नोडेन ने वाशिंगटन और न्यूयार्क स्थित यूरोपीय संघ के कार्यालयों की जासूसी करन के संबंध में जानकारियां दी थीं।
'द गार्जियन' के मुताबिक, इसके निशाने पर भारत के अलावा इसमें फ्रांस, इटली, ग्रीस, जापान, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और तुर्की हैं।
इस बीच, विकीलीक्स द्वारा सोमवार को जारी एक वक्तव्य में स्नोडेन ने ओबामा प्रशासन पर यह आरोप लगाया है कि वह उन्हें अन्य देशों में शरण लेने से रोक रही है।
स्नोडेन ने कहा, "यह राजनीतिक आक्रमकता का बहुत पुराना और बुरा हथियार है। उनका मकसद मुझे नहीं, बल्कि मेरे बाद आने वाले लोगों को डराना है।"
सीएनएन के मुताबिक, ओबामा ने कहा, 'मैं आपको इस बात की गारंटी देता हूं यूरोपीय देशों की राजधानियों में ऐसे लोग मौजूद हैं जिन्हें इस बात में भी रुचि है कि मुझे उनके नेताओं से क्या बातचीत करनी चाहिए।'
तंजानिया में एक सम्मलेन के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के पूर्व विश्लेषक एडवर्ड स्नोडेन द्वारा हाल ही में लीक किए गए दस्तावेजों पर पूछे गए सवाल के जवाब में ओबामा ने कहा, 'खुफिया एजेंसी ऐसे ही काम करती हैं।'
ओबामा का कहना है कि ऐसी जासूसी हर जगह होती है लेकिन उन्होंने सामान्य सूचनाओं को एकत्र करने और स्नोडेन द्वारा 'द गार्जियन' व 'वाशिंगटन पोस्ट' समाचार पत्रों को आतंकवाद विरोधी किसी कार्यक्रम के संबंध में दी गई जानकारी को अलग करके देखने की बात कही। उन्होंने कहा कि डेर स्पीजेल पत्रिका में किसी खास कार्यक्रम के बारे में किए गए जिक्र के संबंध में उन्हें और जानकारियां चाहिए। पत्रिका के मुताबिक स्नोडेन ने वाशिंगटन और न्यूयार्क स्थित यूरोपीय संघ के कार्यालयों की जासूसी करन के संबंध में जानकारियां दी थीं।
'द गार्जियन' के मुताबिक, इसके निशाने पर भारत के अलावा इसमें फ्रांस, इटली, ग्रीस, जापान, मेक्सिको, दक्षिण कोरिया और तुर्की हैं।
इस बीच, विकीलीक्स द्वारा सोमवार को जारी एक वक्तव्य में स्नोडेन ने ओबामा प्रशासन पर यह आरोप लगाया है कि वह उन्हें अन्य देशों में शरण लेने से रोक रही है।
स्नोडेन ने कहा, "यह राजनीतिक आक्रमकता का बहुत पुराना और बुरा हथियार है। उनका मकसद मुझे नहीं, बल्कि मेरे बाद आने वाले लोगों को डराना है।"
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