अमेरिका ने पुष्टि की है कि दूसरे अमेरिकी पत्रकार का सिर कलम करने वाला वीडियो असली है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को आतंकवादी गिरोह इस्लामिक स्टेट को दंडित करने पर जोर देते हुए कहा कि अमेरिका को धमकाया नहीं जा सकता।
इस्तोनिया की राजधानी टाल्लिन्न में बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में ओबामा ने कहा, "जिन लोगों ने अमेरिकी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की गलती की है वे याद रखें कि हम कभी नहीं भूलते। हमारी पहुंच दूर तक है और न्याय होगा ही।"
"हमारा लक्ष्य बिलकुल साफ है। वह है उनको (आईएस) तबाह करना ताकि यह खतरा ज्यादा समय तक बना नहीं रहे। न केवल इराक में बल्कि उस क्षेत्र और अमेरिका के लिए भी वह खतरा नहीं रहने पाए।"
"हम इसे पूरा करेंगे। इसमें थोड़ा समय लगेगा। इसके लिए कुछ प्रयास किए जाएंगे।"
इससे पहले इराक और सीरिया में सक्रिय सुन्नी आतंकवादी गिरोह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने एक अन्य अमेरिकी पत्रकार स्टीवेन सॉटलॉफ का सिर कलम कर दिया और उसका वीडियो जारी करते हुए अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह इराक में अपना हस्तक्षेप बंद करे।
इस्लामिक स्टेट द्वारा अमेरिकी पत्रकार का सिर कलम किए जाने की यह दूसरी घटना है। करीब दो सप्ताह पहले इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अमेरिकी फोटो पत्रकार जेम्स फोले (40) का सिर कलम करने वाला वीडियो जारी किया था, जिसमें अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा गया था कि यदि इराक में उसके हमले नहीं रुके तो अगली बार स्टीवेन का सिर कलम किया जाएगा।
इस्लामिक स्टेट ने अब स्टीवेन का सिर कलम करने वाले वीडियो में बंधक बनाए गए ब्रिटिश नागरिक डेविड हैन्स को जान से मारने की धमकी दी है।
उधर, अमेरिका ने इराक में 350 अतिरिक्त सैनिकों को भेजा है, जिसके बाद इराक में इसके कुल सैनिकों की संख्या 1,000 हो गई है। इराक में अतिरिक्त सैनिकों को भेजने का निर्णय वहां अमेरिकी कूटनीतिक प्रतिष्ठानों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विदेश मंत्रालय के अनुरोध पर किया गया है।
इराक में अतिरिक्त सैनिकों को भेजने की घोषणा उसी दिन आई है, जिस दिन इराक में सक्रिय इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने अन्य अमेरिकी पत्रकार स्टीवेन सॉटलॉफ (31) का सिर कलम करने का वीडियो जारी किया। इस्लामिक स्टेट ने इस वीडियो को 'अमेरिका के लिए दूसरा संदेश' नाम दिया है।
वीडियो में चेहरा ढके आतंकवादी ने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को चेतावनी देते हुए कहा है, "जब तक तुम्हारे मिसाइल हमारे लोगों पर हमला करते रहेंगे, हमारे चाकू तुम्हारे लोगों की गर्दन काटते रहेंगे।"
स्टीवेन अगस्त 2013 में सीरिया में रिपोर्टिग के दौरान लापता हो गए थे। लेकिन उनके परिवार ने इस बात को गुप्त रखा था, क्योंकि उन्हें डर था कि यह जानकारी सार्वजनिक होने पर उन्हें नुकसान हो सकता है। परिवार के सदस्य और अमेरिका की सरकारी एजेंसियां उन्हें पिछले साल से ही गुप्त तरीके से ढूढ़ने की कोशिश में लगी थीं।
यह वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका में लोगों ने राष्ट्रपति ओबामा से इस्लामिक स्टेट के खिलाफ कड़ी नीति अपनाने का अनुरोध किया है। इनमें लुसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल भी शामिल हैं। उन्होंने एक बयान जारी कर कहा, "मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि राष्ट्रपति ओबामा इस्लामिक स्टेट द्वारा अमेरिका के दो नगारिकों की हत्या से आहत हैं, लेकिन यह दुख एक कड़ी रणनीति का विकल्प नहीं हो सकता।"
प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट कमेटी के अनुसार, स्टीवेन की हत्या के साथ ही सीरिया में जान गंवाने वाले पत्रकारों की संख्या 70 हो गई है। सीरिया में वर्ष 2011 में शुरू हुए संघर्ष के बाद वहां 80 से अधिक पत्रकार अगवा हुए हैं।
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