
सुरेंद्र कुमार सिन्हा. (फाइल फोटो)
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रिश्वत और धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहे थे सिन्हा
सिन्हा 17 जनवरी, 2015 को देश के 21वें प्रधान न्यायाधीश बने थे
उनका कार्यकाल अगले वर्ष 31 जनवरी को पूरा होने जा रहा था
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राष्ट्रपति के प्रेस सचिव जैनुल आबिदीन ने बताया, उनका (सिन्हा का) त्यागपत्र बांग्लाभवन (राष्ट्रपति भवन) पहुंच गया है. उन्होंने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी. हालांकि कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यह इस बात की पुष्टि है कि सिन्हा ने पद छोड़ दिया है. इस घटनाक्रम से अवगत अधिकारियों ने कहा कि सिन्हा ने सिंगापुर में बांग्लादेश के दूतावास में अपना इस्तीफा सौंपा. वह सिंगापुर में चिकित्सीय जांच के लिए गए थे.
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों पर महाभियोग चलाने के संसद के अधिकार को रद्द करने के उनके फैसले को लेकर सरकार उनसे खफा हो गई थी. विवादों के बीच 13 अक्तूबर को वह ढाका से ऑस्ट्रेलिया रवाना हो गए थे.
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