नासा के एक्सियम मिशन 4 (Axiom 4 Mission) के लिए इंडियन एयर फोर्स के ऑफिसर शुभांशु शुक्ला (Air Force Officer Shubhanshu Shukla) को पायलट चुना गया है. वह जल्द ही स्पेस एक्स ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाएंगे. शुभांशु अंतरिक्ष में आने वाले दूसरे भारतीय होंगे. उनसे पहले अप्रैल 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा अंतरिक्ष में पहुंचे थे. शुभांशु शुक्ला IAF के ऑफिसर हैं. उनका यह मिशन 14 दिनों तक चलेगा. इस मिशन का मकसद रिसर्च करना है.
इस मिशन की कमांड पैगी व्हिटसन के पास होगी. वहीं शुभांशु शुक्ला एक्सियम मिशन 4 के लिए पायलट होंगे. शुभांशु शुक्ला इसरो के मिशन गगनयान के लिए ट्रेनिंग ले रहे है. एक्सियोम ने गुरुवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि, " एक्स-4 फ्लोरिडा में नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के कैनेडी स्पेस सेंटर से वसंत 2025 से पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में जाएगा.
ISRO ने शुभांशु को एक्स-4 मिशन के NASA भेजा
भारतीय वायु सेना में सेवाएं दे रहे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को ISRO ने भारत के गगनयान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्री के रूप में भी चुना है. इसरो ने ही उनको आईएसएस के एक्स-4 मिशन के लिए नासा भेजा था.
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एनडीटीवी को बताया कि वह माइक्रोग्रैविटी में जाने और खुद अंतरिक्ष उड़ान का अनुभव करने के लिए बहुत ही उत्साहित हैं. मिशन की स्पीड हर महीने बढ़ती जा रही है. उन्हें लगता है कि यह वह फेज है, जहां सभी चीजें एक साथ आ रही हैं. आगे यह कैसा होगा, ये देखने के लिए वह बहुत ही उत्साहित हैं. एक्सियोम 4 मिशन टीम ने इस मिशन को लेकर NDTV के साइंस एडिटर पल्लव बागला से बात की.
"Axiom-4 मिशन को लेकर उत्साहित हूं"
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इस मिशन को लेकर कहा, "हम पिछले चार-पांच महीनों से ट्रेनिंग ले रहे हैं. अब हम पूरे CONOPS और ऑपरेशन के कॉन्सेप्ट को समझ गए हैं. यहां से आगे बढ़ने पर ज्यादातर वो चीजें दोहराई जाएंगी, जो हमने की हैं. इस मिशन के लिए हम तैयार हैं और इसकी सफलता को लेकर भी आश्वस्त हैं."
अंतरिक्ष में योग करेंगे शुभांशु शुक्ला
क्या वह अंतरिक्ष में विंग कमांडर राकेश शर्मा की तरह योग करेंगे, इस सवाल के जवाब में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, "हां, अब जब आपने ये कहा है, तो मैं शायद स्टेशन पर रहते हुए योग की कुछ मुद्राएं करूंगा." उन्होंने कहा कि बहुत ही अहम पहलू यह है कि ग्राउंड पर होने के दौरान रिहर्सल की जरूरत होती है ताकि हम शरीर और दिमाग से स्वस्थ्य हों और इस मिशन को सही से पूरा किया जा सके.
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