ईरान (Iran) के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने देश में महिलाओं की अगुवाई में हो रहे प्रदर्शनों की लहर को "अव्यवस्था" बताते हुए इनकी आलोचना की है. ईरान की महिलाएं हिजाब पुलिस की हिरासत में महसा अमीनी के मारे जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. इब्राहिम रायसी (Ebrahim Raisi) ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा, " इन प्रदर्शनों में शामिल हुए लोगों के साथ निर्णायक ढंग से निपटा जाए, यही जनता की मांग है." उन्होंने कहा, " लोगों की सुरक्षा इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान में लाल रेखा है और किसी को भी कानून तोड़ने और अव्यवस्था का कारण बनने की मंजूरी नहीं है."
ईरान के अतिपरंपरावादी राष्ट्रपति ने देश की अस्थिरता के लिए अमेरिका (US) को ज़िम्मेदार ठहराते हुए आगे कहा, "दुश्मन ने राष्ट्रीय एकता को निशाना बनाया है और वो चाहता है कि लोगों को एक दूसरे के खिलाफ किया जाए."
22 साल की खुर्शीद महिला अमीनी को ईरान के सख़्त हिजाब नियम तोड़ने के कारण जेल में डाले जाने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके 3 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी.
रायसी ने कहा कि देश को उसकी मौत पर "दुख" है, और फॉरेंसिक और न्यायिक विशेषज्ञ जल्द ही अंतिम रिपोर्ट जारी करेंगे लेकिन उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि "प्रदर्शन" और "दंगों" में फर्क होता है.
"महिला, जीवन, स्वतंत्रता!", विरोध प्रदर्शनकारी ईरान में लगभग तीन सालों बाद सबसे बड़े प्रदर्शन में नारे लगा रहे हैं. इनमें महिलाओं ने अपने हिजाब जलाए हैं और अपने बाल काटे हैं.
ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन (Iran Hijab Protest) तेज हो रहा है. इस विरोध में 41 से अधिक प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है. वहीं अब तक 700 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. सोशल मीडिया पर बाल खोल कर विरोध प्रदर्शन करने वाली लड़की का वीडियो वायरल होने के बाद उसकी हत्या हो गई. वहीं जवाद हैदरी नामक एक प्रदर्शनकारी के अंतिम संस्कार का वीडियो भी वायरल हुआ था.
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