इस्लामाबाद:
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के निर्देश पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने देश के अशांत कबाइली इलाके में हुए ड्रोन हमलों में नौ लोगों की मौत पर विरोध जताने के लिए अमेरिका के राजदूत को सम्मन किया।
सीआईए द्वारा संचालित इन ड्रोन हमलों को बंद करने की शरीफ की अपील के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया है। मंत्रालयों के बंटवारे में प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय का प्रभार अपने ही पास रखा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘उत्तरी वजीरिस्तान में सात जून 2013 को हुए अमेरिकी ड्रोन हमलों पर विरोध जताने के लिए प्रधानमंत्री के विशेष सहायक और राज्य एवं विदेशी मामलों के मंत्री तारीक फातमी ने अमेरिका के राजदूत रिचर्ड होगलैंड को दोपहर में विदेश मंत्रालय में सम्मन किया था।’
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर यह विरोध दर्ज किया गया है। पूर्व राजनयिक तारीफ फातमी ने अमेरिकी राजनयिक को एक परामर्श दस्तावेज सौंपा ।
फातमी ने होगलैंड से कहा कि सरकार ड्रोन हमलों की कड़ी आलोचना करती है क्योंकि यह ‘पाकिस्तान की संप्रभुता और सीमा की अखंडता’ का उल्लंघन करते हैं।
सीआईए द्वारा संचालित इन ड्रोन हमलों को बंद करने की शरीफ की अपील के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया है। मंत्रालयों के बंटवारे में प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय का प्रभार अपने ही पास रखा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘उत्तरी वजीरिस्तान में सात जून 2013 को हुए अमेरिकी ड्रोन हमलों पर विरोध जताने के लिए प्रधानमंत्री के विशेष सहायक और राज्य एवं विदेशी मामलों के मंत्री तारीक फातमी ने अमेरिका के राजदूत रिचर्ड होगलैंड को दोपहर में विदेश मंत्रालय में सम्मन किया था।’
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर यह विरोध दर्ज किया गया है। पूर्व राजनयिक तारीफ फातमी ने अमेरिकी राजनयिक को एक परामर्श दस्तावेज सौंपा ।
फातमी ने होगलैंड से कहा कि सरकार ड्रोन हमलों की कड़ी आलोचना करती है क्योंकि यह ‘पाकिस्तान की संप्रभुता और सीमा की अखंडता’ का उल्लंघन करते हैं।
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