अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में 10 दिन पहले गुरुद्वारे पर हुए एक हमले में 27 सिखों ने अपनी जान गंवा दी थी. अब इस मामले में इंटेलिजेंस एजेंसी ने मावलवी अब्दुल्लाह उर्फ इस्लाम फारूकी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है जो कि पाकिस्तानी नागरिक है. उसके चार साथियों को हमले में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया है. अफगानी एजेंसी ने पुष्टि की है कि फारूकी को साथियों सहित गिरफ्तार किया गया है. यह जानकारी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के एक सीनियर फंक्शनरी ने एनडीटीवी को दी. उन्होंने कहा कि अफ़गानिस्तान की नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी इस मामले में भारतीय एजेंसियों के साथ जल्द ही जानकारी साझा करेगी.
भारत के साथ अब तक शेयर की गई जानकारी के मुताबिक फारूकी के पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और हक्कानी नेटवर्क से संबंध हैं.फारूकी का असली नाम अब्दुल्ला उरकज़ई है. वह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा का रहने वाला है. एजेंसी द्वारा कहा गया है कि अप्रैल 2019 में फारुकी ने मावलवी जियाउल हक की आईएसकेपी के प्रमुख के तौर पर जगह ली थी. इससे पहले फारुकी लश्कर और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से भी जुड़ा हुआ था. उसने अपने लड़ाकुओं को अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटों के खिलाफ लड़ने के लिए भेजा था.
जिन बाकी 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनके नाम मसोदुल्लाह (आईएसकेपी आतंकी),ज़ाहिद खान (आईएसकेपी आतंकी), सलमान और अली मोहम्मद (आईएसआईएस आतंकी) के रूप में हुई है.
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