अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को चुनाव में मिली हार की गाज रक्षा मंत्री (Defense Secretary) मार्क एस्पर (Mark Esper) पर गिरी है. ट्रंप ने उन्हें पद से हटा दिया है. ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधी केंद्र के निदेशक क्रिस्टोफर मिलर (Christopher Miller) को तत्काल प्रभाव से अंतरिम रक्षा मंत्री बनाया जाता है. गौरतलब है कि ट्रंप और एस्पर के संबंधों में काफी समय से खटास है.
I am pleased to announce that Christopher C. Miller, the highly respected Director of the National Counterterrorism Center (unanimously confirmed by the Senate), will be Acting Secretary of Defense, effective immediately..
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 9, 2020
...Chris will do a GREAT job! Mark Esper has been terminated. I would like to thank him for his service.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 9, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में हार को पचा नहीं पा रहे हैं. वे हार मानने को तैयार नहीं हैं जबकि उनकी पत्नी और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप (First Lady Melania Trump) ने भी उन्हें चुनाव में हार स्वीकार करने की सलाह दी है. उनके दामाद जेरेड कुशनर (Jared Kushner) और अन्य करीबी पहले ही ट्रंप से हार मान लेने की गुहार लगा चुके हैं. राष्ट्रपति चुनाव (President Election) में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन ने 270 से ज्यादा निर्वाचक वोट के साथ बहुमत हासिल किया है. हालांकि ट्रंप ने अभी नरमी के कोई संकेत नहीं दिए हैं. ट्रंप ने आखिरी बयान में कहा था, जो बाइडेन (Joe Biden) गलत तरीके से खुद को विजेता के तौर पर पेश कर रहे हैं और दौड़ अभी खत्म नहीं हुई है.
सीएनएन ने सूत्रों के आधार पर कहा कि मेलानिया ने खुले तौर पर चुनाव को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन उन्होंने निजी तौर पर अपनी राय ट्रंप (Donald Trump) के समक्ष रखी है. सूत्रों का कहना है कि फर्स्ट लेडी मेलानिया ने अपनी राय व्यक्त की है, जैसा कि वह करती रही हैं. मेलानिया ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अपने पति के लिए प्रचार भी किया था. ट्रंप के दामाद और उनके वरिष्ठ सलाहकार जेरेड कुशनर पहले ही उनसे चुनाव नतीजे को स्वीकार करने का अनुरोध कर चुके हैं.
ट्रंप का आरोप है कि एक नेटवर्क डेमोक्रेट की मदद कर रहा है. उन्होंने कोर्ट में नतीजों को चुनौती देने की बात भी कही है. बाइडेन और ट्रंप के बीच राष्ट्रपति चुनाव में कांटे की टक्कर थी, लेकिन पेनसिल्वेनिया में जीत के साथ बाइडेन ने 270 के बहुमत से कहीं ज्यादा वोट जुटा लिए. बाइडेन तीसरे प्रयास में राष्ट्रपति पद तक पहुंचे हैं. 78 साल के बाइडेन अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति चुने गए हैं.
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