वाशिंगटन:
पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली की पूर्व पत्नी का दावा है कि उसने 2008 के मुम्बई हमले को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों ने ही उस पर ध्यान नहीं दिया।
दो बार भारत की यात्रा कर चुकी हेडली की दूसरी पत्नी, फैजा औतल्ला ने एक टेलीविजन के साथ बातचीत में कहा है कि विदेश में अमेरिकी अधिकारियों से मिलकर उसने 2008 के मुम्बई हमले को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
शिकागो के डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी ने औतल्ला के हवाले से कहा है, "इसीलिए मैं उनके पास गई और उन्हें जानकारी देनी शुरू की। मैंने कहा कि वह हर चीज को बम से उड़ाने जा रहा है, वह एक अपराधी है। लेकिन उन्होंने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया।"
डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य, हेडली ने जब औतल्ला से निकाह रचाया था, तब वह एक घोषित आतंकवादी था। उसने अमेरिका सरकार के साथ हुए एक सौदे के तहत स्वीकार किया है कि उसने मुम्बई हमले के लक्ष्यों की पड़ताल करने में भूमिका निभाई थी। इस टीवी केंद्र ने औतल्ला को मोरक्को में ढूढ़ निकाला।
औतल्ला के हवाले से कहा गया है, "मैं अभी भी अपना चेहरा ढक कर रखती हूं, क्योंकि मुझे डर है कि लोग वाकई में मुझे देख सकते हैं, मेरा चेहरा देखकर मेरे पीछे पड़ सकते हैं या मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं।"
औतल्ला ने कहा, "आपको बता दूं कि यह पहली नजर का प्रेम था, और हमने झटपट निकाह रचा लिया और, यह सब झटपट हो गया। लेकिन उसने हर तरह से मुझे धोखा दिया, कई झूठ बोले, वह मुझसे झूठ पर झूठ बोलता रहा, मेरा मतलब निकाह, उसने मेरे साथ निकाह रचाकर मुझे मूर्ख बनाया।"
हेडली, उर्फ दाऊद गिलानी ने दावा किया है कि उसने भारत में हमला स्थलों का सर्वे करने में पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों के साथ काम किया था, उस समय भी जब वह अपनी नई पत्नी के साथ हनीमून मनाने मुम्बई गया था।
भारतीय अधिकारियों ने मुम्बई हमले की जांच के सिलसिले में औतल्ला से पूछताछ के लिए मोरक्को से औपचारिक अनुरोध किया है।
डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी ने कहा है कि यदि औतल्ला सहयोग करती है तो भारतीय अधिकारियों को आशा है कि वह लश्कर संस्थापक, हाफिज मोहम्मद सईद के बारे में जानकारी उपलब्ध करा सकेगी, जिसपर अमेरिका ने दो सप्ताह पूर्व एक करोड़ डॉलर इनाम की घोषणा की थी।
दो बार भारत की यात्रा कर चुकी हेडली की दूसरी पत्नी, फैजा औतल्ला ने एक टेलीविजन के साथ बातचीत में कहा है कि विदेश में अमेरिकी अधिकारियों से मिलकर उसने 2008 के मुम्बई हमले को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
शिकागो के डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी ने औतल्ला के हवाले से कहा है, "इसीलिए मैं उनके पास गई और उन्हें जानकारी देनी शुरू की। मैंने कहा कि वह हर चीज को बम से उड़ाने जा रहा है, वह एक अपराधी है। लेकिन उन्होंने मेरी बात पर ध्यान नहीं दिया।"
डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य, हेडली ने जब औतल्ला से निकाह रचाया था, तब वह एक घोषित आतंकवादी था। उसने अमेरिका सरकार के साथ हुए एक सौदे के तहत स्वीकार किया है कि उसने मुम्बई हमले के लक्ष्यों की पड़ताल करने में भूमिका निभाई थी। इस टीवी केंद्र ने औतल्ला को मोरक्को में ढूढ़ निकाला।
औतल्ला के हवाले से कहा गया है, "मैं अभी भी अपना चेहरा ढक कर रखती हूं, क्योंकि मुझे डर है कि लोग वाकई में मुझे देख सकते हैं, मेरा चेहरा देखकर मेरे पीछे पड़ सकते हैं या मुझे नुकसान पहुंचा सकते हैं।"
औतल्ला ने कहा, "आपको बता दूं कि यह पहली नजर का प्रेम था, और हमने झटपट निकाह रचा लिया और, यह सब झटपट हो गया। लेकिन उसने हर तरह से मुझे धोखा दिया, कई झूठ बोले, वह मुझसे झूठ पर झूठ बोलता रहा, मेरा मतलब निकाह, उसने मेरे साथ निकाह रचाकर मुझे मूर्ख बनाया।"
हेडली, उर्फ दाऊद गिलानी ने दावा किया है कि उसने भारत में हमला स्थलों का सर्वे करने में पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों के साथ काम किया था, उस समय भी जब वह अपनी नई पत्नी के साथ हनीमून मनाने मुम्बई गया था।
भारतीय अधिकारियों ने मुम्बई हमले की जांच के सिलसिले में औतल्ला से पूछताछ के लिए मोरक्को से औपचारिक अनुरोध किया है।
डब्ल्यूएलएस-टीवी/डीटी ने कहा है कि यदि औतल्ला सहयोग करती है तो भारतीय अधिकारियों को आशा है कि वह लश्कर संस्थापक, हाफिज मोहम्मद सईद के बारे में जानकारी उपलब्ध करा सकेगी, जिसपर अमेरिका ने दो सप्ताह पूर्व एक करोड़ डॉलर इनाम की घोषणा की थी।