अफगान अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल पर तालिबान लड़ाकों के हमले में एक अफगान सैन्य अधिकारी की मौत हो गई जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
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काबुल:
बीते दिनों जिन दो गांवों में एक अमेरिकी सैनिक ने करीब 16 ग्रामीणों को मौत के घाट उतार दिया था उनमें से एक गांव के दौरे पर गए अफगान अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल पर तालिबान लड़ाकों के हमले में एक अफगान सैन्य अधिकारी की मौत हो गई जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रपति हामिद करजई के दो भाई भी शामिल थे।
रविवार के नरसंहार के बाद यह पहला हमला है। तालिबान ने नरसंहार का बदला लेने का प्रण किया था। अमेरिकी अधिकारियों ने आगाह किया है कि नरसंहार से अफगानिस्तान में अमेरिका विरोधी नफरत और हिंसा की लहर फैल सकती है। कंधार प्रांत के पुलिस प्रमुख जनरल अब्दुल रज्जाक ने कहा कि आतंकवादियों ने बलंदी गांव में प्रतिनिधि मंडल को सुरक्षा मुहैया कराने वाले एक अफगान सैनिक की हत्या कर दी। हमले में एक अन्य अफगान सैनिक और एक सैन्य अधिवक्ता घायल हो गया।
प्रतिनिधिमंडल में करजई के दो भाई और एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल था। प्रतिनिधिमंडल रविवार को गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में आयोजित एक शोक सभा के लिए एक मस्जिद में गया था। घटनास्थल पर मौजूद एक पत्रकार ने बताया, ‘‘यह उन पर कुछ दूरी से सशस्त्र हमला था और गोलीबारी करीब 10 मिनट तक चलती रही।’’ एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘‘हम पर गोलियों की जैसे कोई बारिश हो रही हो।’’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के भाई कयूम करजई ने बताया कि उन्हें हमला गंभीर नहीं लगता।
कयूम करजई ने कहा, ‘‘हम उन्हें अपनी संवेदनाएं दे रहे थे, तभी उन्होंने बहुत ही हल्की गोलीबारी की। हमें लगा कि यह राष्ट्रीय सेना है जिसने हवा में गोलीबारी शुरू कर दी है।’’ हमले के पहले तालिबान ने पंजवाई जिले के दोनों गांवों में नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की हत्या की शपथ ली। राष्ट्रपति के मुताबिक अमेरिकी सैनिकी की गोलीबारी में मारे गए 16 लोगों में नौ बच्चे थे। अमेरिका ने उस सैनिक को हिरासत में ले लिया है लेकिन उसका नाम जाहिर नहीं किया है।
रविवार के नरसंहार के बाद यह पहला हमला है। तालिबान ने नरसंहार का बदला लेने का प्रण किया था। अमेरिकी अधिकारियों ने आगाह किया है कि नरसंहार से अफगानिस्तान में अमेरिका विरोधी नफरत और हिंसा की लहर फैल सकती है। कंधार प्रांत के पुलिस प्रमुख जनरल अब्दुल रज्जाक ने कहा कि आतंकवादियों ने बलंदी गांव में प्रतिनिधि मंडल को सुरक्षा मुहैया कराने वाले एक अफगान सैनिक की हत्या कर दी। हमले में एक अन्य अफगान सैनिक और एक सैन्य अधिवक्ता घायल हो गया।
प्रतिनिधिमंडल में करजई के दो भाई और एक वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल था। प्रतिनिधिमंडल रविवार को गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में आयोजित एक शोक सभा के लिए एक मस्जिद में गया था। घटनास्थल पर मौजूद एक पत्रकार ने बताया, ‘‘यह उन पर कुछ दूरी से सशस्त्र हमला था और गोलीबारी करीब 10 मिनट तक चलती रही।’’ एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ‘‘हम पर गोलियों की जैसे कोई बारिश हो रही हो।’’ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के भाई कयूम करजई ने बताया कि उन्हें हमला गंभीर नहीं लगता।
कयूम करजई ने कहा, ‘‘हम उन्हें अपनी संवेदनाएं दे रहे थे, तभी उन्होंने बहुत ही हल्की गोलीबारी की। हमें लगा कि यह राष्ट्रीय सेना है जिसने हवा में गोलीबारी शुरू कर दी है।’’ हमले के पहले तालिबान ने पंजवाई जिले के दोनों गांवों में नागरिकों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों की हत्या की शपथ ली। राष्ट्रपति के मुताबिक अमेरिकी सैनिकी की गोलीबारी में मारे गए 16 लोगों में नौ बच्चे थे। अमेरिका ने उस सैनिक को हिरासत में ले लिया है लेकिन उसका नाम जाहिर नहीं किया है।
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