
प्रतीकात्मक चित्र
जेरूसलम:
इजरायली बलों द्वारा मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 61 हो गई, क्योंकि गाजा-इजरायल सीमा सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई घायलों ने दम तोड़ दिया. ये विरोध प्रदर्शन जेरूसलम में अमेरिकी दूतावास के उद्घाटन के खिलाफ हुए थे. इजरायल सुरक्षाबलों ने कहा कि गाजापट्टी सुरक्षा बाड़ से सटे 13 स्थानों पर फिलीस्तीन के 40,000 लोगों ने इस हिंसक दंगों में हिस्सा लिया. यह हिंसा जेरूसलम में अमेरिकी दूतावास के उद्घाटन के मद्देनजर हुई, जिसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप, उनके दामाद जेयर्ड कुश्नर और वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने हिस्सा लिया था. बीबीसी के मुताबिक, इजरायली पुलिस और गुस्साए प्रदर्शनकारियों के बीच में हिंसक झड़प हुई. प्रदर्शनकारिरयों ने नए दूतावास के बाहर फिलीस्तीन के झंडे लहराए. इस दौरान कोई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी ले लिया गया. इस बीच तुर्की और दक्षिण अफ्रीका ने इस घटना की निंदा की और अपने-अपने राजदूतों को इजरायल से वापस बुलाने की घोषणा की.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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