तस्वीर : AFP
मरदान:
पाकिस्तान के मरदान में दो ब्लास्ट हुए हैं जिसमें 12 लोगों के मारे जाने की खबर है. साथ ही करीब 40 लोगों के घायल होने की रिपोर्ट भी आ रही है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के मरदान शहर में एक आत्मघाती हमलावर ने जिला कोर्ट पर हमला किया जिसमें कम से कम दस लोग मारे गए हैं और करीब 40 लोग घायल हुए हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस हमले में वकीलों के समुदाय को निशाना बनाया गया है.
पेशावर हमला
पुलिस अधिकारी फैज़ल शहज़ाद ने कहा 'हमलावर ने अपने सीने से लगे आत्मघाती जैकेट को विस्फोटित करने से पहले अदालत में मौजूद भीड़ के ऊपर ग्रेनेड फैंके जिसमें दो पुलिसकर्मी सहित कम से कम 10 लोग मारे गए.' फिलहाल किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. बता दें कि तीन हफ्ते पहले बलूचिस्तान के क्वेटा शहर में एक बड़े आत्मघाती हमले में कई वकील मारे गए थे.
मरदान बार संघ के अध्यक्ष आमिर हुसैन बताते हैं कि वह बम फटने के वक्त करीब के ही एक कमरे में थे. वह कहते हैं 'हर तरफ धूल थी, और लोग दर्द से बेहाल थे. मैंने घायलों को उठाकर कार में डाला और उन्हें अस्पताल ले जाने लगा. मुझे नहीं पता था कि जिन लोगों को बचा रहा हूं, वे जिंदा भी हैं या नहीं.'
पाकिस्तान में पनाह नहीं
हुसैन ने कहा 'वकीलों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह लोकतंत्र के अहम हिस्से हैं और आतंकी इसके खिलाफ हैं. हमारा हौसला पस्त नहीं हुआ है. वह अभी भी बुलंद है. उधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने शुक्रवार को हुए इन हमलों की निंदा की है और कहा है कि कमज़ोरों को निशाना बनाकर अपनी बौखलाहट निकाल रहे हैं. इन्हें पाकिस्तान में पनाह नहीं दी जाएगी.'
इससे पहले शुक्रवार को ही पेशावर की ईसाई कॉलोनी में भी बंदूकों से लैस पांच से छह फिदायीन आतंकवादियों ने हमला किया जबकि सुरक्षा बलों के जवाबी हमले में कम से कम एक शख्स और दो संदिग्ध आतंकवादी मारे गए.
पेशावर हमला
पुलिस अधिकारी फैज़ल शहज़ाद ने कहा 'हमलावर ने अपने सीने से लगे आत्मघाती जैकेट को विस्फोटित करने से पहले अदालत में मौजूद भीड़ के ऊपर ग्रेनेड फैंके जिसमें दो पुलिसकर्मी सहित कम से कम 10 लोग मारे गए.' फिलहाल किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. बता दें कि तीन हफ्ते पहले बलूचिस्तान के क्वेटा शहर में एक बड़े आत्मघाती हमले में कई वकील मारे गए थे.
मरदान बार संघ के अध्यक्ष आमिर हुसैन बताते हैं कि वह बम फटने के वक्त करीब के ही एक कमरे में थे. वह कहते हैं 'हर तरफ धूल थी, और लोग दर्द से बेहाल थे. मैंने घायलों को उठाकर कार में डाला और उन्हें अस्पताल ले जाने लगा. मुझे नहीं पता था कि जिन लोगों को बचा रहा हूं, वे जिंदा भी हैं या नहीं.'
पाकिस्तान में पनाह नहीं
हुसैन ने कहा 'वकीलों को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह लोकतंत्र के अहम हिस्से हैं और आतंकी इसके खिलाफ हैं. हमारा हौसला पस्त नहीं हुआ है. वह अभी भी बुलंद है. उधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने शुक्रवार को हुए इन हमलों की निंदा की है और कहा है कि कमज़ोरों को निशाना बनाकर अपनी बौखलाहट निकाल रहे हैं. इन्हें पाकिस्तान में पनाह नहीं दी जाएगी.'
इससे पहले शुक्रवार को ही पेशावर की ईसाई कॉलोनी में भी बंदूकों से लैस पांच से छह फिदायीन आतंकवादियों ने हमला किया जबकि सुरक्षा बलों के जवाबी हमले में कम से कम एक शख्स और दो संदिग्ध आतंकवादी मारे गए.
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