राहतकर्मियों ने कहा है कि यमन में सउदी अरब नीत हवाई हमलों, शिया विद्रोहियों और राष्ट्रपति के वफादार सैनिकों के बीच लड़ाई में दर्जनों बच्चों सहित कम से कम 560 लोग मारे जा चुके हैं और वहां दवाओं की आपूर्ति को मंजूरी नहीं मिलने से मानवीय संकट उत्पन्न हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में लड़ाई और तेज़ हुई है। वहां 1700 से ज्यादा लोग इस लड़ाई में जख्मी हुए हैं और एक लाख लोग अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं।
सउदी अरब के नेतृत्व मे जब से हवाई हमले शुरू हुए हैं तब से रेड क्रॉस की पहली खेप यमन पहुंचेगी।
अंतरराष्ट्रीय समिति की जिनेवा स्थित प्रवक्ता सितारा जबीं ने बताया कि 17 टन चिकित्सकीय आपूर्ति लेकर गया मालवाहक विमान जॉर्डन की राजधानी अम्मान में है और सना पहुंचने के लिए गठबंधन बलों से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहा है। उम्मीद है कि आज मंजूरी मिल जाए। 35 टन की अन्य आपर्ति भी तैयार है।
सितारा ने कहा, अगर यह चिकित्सकीय आपूर्ति यमन नहीं पहुंचती हैं तो दुर्भाग्य से हमें और लोगों के मरने का डर है। उन्होंने कहा कि एक चिकित्सकीय दल भी यमन के अदन बंदरगाह पर पहुंचने के लिए अनुमति का इंतजार कर रहा है, जहां पर सोमवार को हुई भीषण लड़ाई के बाद सड़कों पर लाशें पड़ी है।
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