संयुक्त राष्ट्र ने यमन में नागरिकों के भविष्य पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि दो हफ्तों की यमन की लड़ाई में तकरीबन 519 लोग मारे चुके हैं और करीब 1700 जख्मी हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र सहायता कार्यक्रम की प्रमुख वैलेरी अमोस ने कहा कि वह यमन की भीषण लड़ाई में फंसे नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं और सशस्त्र गुटों से अपील करती हैं कि साधारण यमनियों की रक्षा के लिए भरसक प्रयास करें।
यमन में सउदी अरब की अगुवाई में 26 मार्च से हवाई हमले शुरू होने के बाद लड़ाई तेज हो गई है। यह हमले शिया हुतियों को रोकने के लिए हो रहे हैं, जिन्होंने राष्ट्रपति अबेद्राब्बो मंसूर हादी को देश छोड़कर सउदी अरब भागने पर मजबूर कर दिया।
सहायता समूहों ने विस्थापित लोगों के एक शिविर पर हवाई हमला और एक डेयरी पर बमबारी होने के बाद हताहत नागरिकों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है। दोनों हमलों में दर्जनों लोगों की मौत हुई है।
अमोस ने एक बयान में कहा कि जो लोग लड़ाई में शामिल हैं वे यह सुनिश्चित करें कि अस्पतालों, स्कूलों, शरणार्थियों और आंतरिक तौर पर विस्थापितों के लिए बनाए गए शिविरों और खास तौर पर रिहायशी इलाकों को निशाना नहीं बनाया जाए या सैन्य उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाए।
उन्होंने कहा कि 10,000 लोग अपने घरों को छोड़ कर चले गए हैं, जिसमें से काफी लोगों ने जिबूती और सोमालिया पहुंचने के लिए कठिन समुद्री यात्रा भी की।
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