इराक में दहशतगर्दों ने 48 विदेशी नागरिकों को रिहा कर दिया है। ये लोग एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए काम कर रहे थे। कुछ दिन पहले आईएसआईएस के आतंकियों ने तिकरित पर कब्जा किया था।
इराकी पुलिस का कहना है कि रिहा किए गए लोगों में तुर्की, नेपाल, बांग्लादेश, तुर्कमेनिस्तान और अज़रबैजान के नागरिक हैं। इराक में काम कर रहे सैकड़ों विदेशी नागरिकों को दहशतगर्दों ने अपने कब्जे में रखा है। बताया जा रहा है कि इनमें 40 भारतीय और 40 तुर्की के नागरिक हैं। इन लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं है।
हालांकि गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इराकी सरकार ने मोसुल के पास अगवा किए गए 40 भारतीयों के ठिकाने का पता लगा लिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने बताया कि इराकी विदेश मंत्री ने हमें जानकारी दी है कि उन्होंने अगवा भारतीयों की जगह का पता लगा लिया है।
अकबरूद्दीन ने कहा कि इस समय वह जगह के बारे में जानकारी साझा नहीं कर सकते हैं और न ही यह बता सकते हैं कि इराकी अधिकारियों ने संभावनाओं के बारे में क्या कुछ बताया है। हमें ठिकाने के बारे में समझ आ गई है। उन्होंने कहा कि अगवा भारतीयों की रिहाई सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इराक में अगवा भारतीयों में अधिकतर पंजाब एवं उत्तर भारत के अन्य इलाकों के हैं और मोसुल में वे निर्माण कंपनी के लिए काम कर रहे थे।
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