इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) में पिछले साल नंवबर में वाइन (Wine) का एक बॉक्स और कुकीज बेक करने के लिए एक ओवन भेजा गया था. द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में वाइन की 12 बोतलें पीने के लिए नहीं बल्कि इसलिए भेजी गई हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वजनहीनता और अंतरिक्ष का प्रभाव, उम्र बढ़ाने की प्रक्रिया को कैसे प्रभावित करता है. इस प्रयोग में बोर्दो, फ्रांस और बवेरिया, जर्मनी के विश्वविद्यालय, लक्समबर्ग स्थित स्टार्टअप स्पेस कार्गो अनलिमिटेड के साथ हिस्सा ले रहे हैं.
हालांकि, अब तक वाइन के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन यूरो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक एक साल बाद अंतरिक्ष में वाइन की उम्र की जानकारी भेजी जाएगी और फिर इसकी तुलना धरती पर एक ही तापमान (18 डिग्री सेल्सियस) में रखी गई वाइन से की जाएगी.
नासा के अनुसार, यह प्रयोग "एक अंतरिक्ष वातावरण में जटिल मल्टीकॉम्पोनेंट तरल पदार्थों की उम्र बढ़ने" को समझने में मदद करेगा. इस प्रयोग का लक्ष्य खाद्य उद्योग के लिए नए स्वाद और गुणों को विकसित करना है. स्पेस कार्गो अनलिमिटेड के मुख्य कार्यकारी और सह-संस्थापक निकोलस गौम ने एक बयान में कहा, "यह जीवन भर का रोमांच है."
आपको बता दें, यह पहली बार नहीं है जब वाइन को अंतरिक्ष में भेजा गया है. इससे पहले 1985 में, एक फ्रांसीसी अंतरिक्ष यात्री डिस्कवरी शटल पर सवार हो कर चेटो लिंच बागेस (1975) की एक बोतल के साथ ले गए थे.
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