'नहीं चाहिए मुआवज़ा, बेटी के नाम पर बने स्मारक', अंकिता भंडारी के गांव पहुंची NDTV टीम से बोले पीड़ित पिता

अंकिता के पिता ने कहा कि रिसॉर्ट पर जो बुलडोजर चलाया गया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि इससे सबूत मिटने की आशंका है. पीड़ित पिता ने कहा, "मैं चाहता हूं कि आरोपियों को फांसी हो और मेरी बेटी के नाम पर एक स्मारक बनाया जाए. मेरे बेटे को उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाए." 

'नहीं चाहिए मुआवज़ा, बेटी के नाम पर बने स्मारक', अंकिता भंडारी के गांव पहुंची NDTV टीम से बोले पीड़ित पिता

अंकिता के पिता ने कहा कि रिसॉर्ट पर जो बुलडोजर चलाया गया है, वह गलत है.

पौड़ी (उत्तराखंड):

उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर में वनतारा रिसॉर्ट में हुई रिसेप्शिनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या के बाद उसके गांव श्रीकोट में मातम पसरा है. NDTV के संवाददाता मुकेश सिंह सेंगर ने वहां पहुंचकर मृतका के पिता  वीरेंद्र सिंह भंडारी से बातचीत की, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पटवारी और आरोपी पुलकित आर्या मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग काफी देर तक भटकाते रहे.

उत्तराखंड की पहाड़ियों के बीच 2 किलोमीटर ऊँचाई पर चलकर गांव पहुँचने के लिए संवाददाता को बहते पानी में भी चलना पड़ा. अंकिता का गांव काफी दुर्गम और वीरान इलाके में है. गांव में वह अपने भाई और माता-पिता के साथ रहती थी और पिछले महीने ही गांव से निकलकर अंकिता भंडारी रिसॉर्ट में नौकरी करने गई थी.

अंकिता के पिता ने NDTV से बातचीत में आरोप लगाया कि मामले में पटवारी और मुख्य आरोपी मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग काफी देर तक भटकाते रहे. बतौर भंडारी, "आरोपियों ने बताया कि सीसीटीवी खराब पड़े हैं. मेरी बेटी ने मुझे नहीं बताया था कि वो वहां खतरे में है लेकिन उसने अपने दोस्त को बताया था कि वो असुरक्षित महसूस कर रही है. उससे आखिरी बार बातचीत 17 सितम्बर को हुई थी." 

अंकिता के पिता ने कहा कि रिसॉर्ट पर जो बुलडोजर चलाया गया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि इससे सबूत मिटने की आशंका है. पीड़ित पिता ने कहा, "मैं चाहता हूं कि आरोपियों को फांसी हो और मेरी बेटी के नाम पर एक स्मारक बनाया जाए. मेरे बेटे को उसकी योग्यता के मुताबिक नौकरी दी जाए." 

उन्होंने कहा, "मैंने सरकार से कोई मुआवजा नहीं मांगा है बल्कि लोगों ने इसकी मांग की है. सरकार इस पर फैसला करेगी."

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बता दें कि इस हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप उत्तराखंड बीजेपी के नेता विनोद आर्या के बेटे पुलकित आर्या और उसके दो साथियों पर लगा है. पुलकित ही उस रिसॉर्ट का मालिक है, जहां 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या हुई थी. इस घटना के बाद पुलिस ने उन तीनों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि बीजेपी ने पुलकित के पिता विनोद आर्या और भाई अंकित आर्या को पार्टी से निकाल दिया है. पुलकित पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर अंकिता से जबरन  वेश्यावृति कराने की कोशिश की थी लेकिन जब उसने इनकार कर दिया तो उसे मारकर नहर में फेंक दिया.