
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद अन्य शहरों में एयरपोर्ट के नजदीक रहने वाले लोग भी काफी डरे हुए हैं. अहमदाबाद एयरपोर्ट के आसपास घनी आबादी की बसावट है और ऐसी ही स्थिति देहरादून एयरपोर्ट के आसपास की भी है, जहां पर रिहायशी इलाका बसा हुआ है. देहरादून एयरपोर्ट के आसपास भी विमान के टेक ऑफ और लैंडिंग के समय विमान की ऊंचाई बेहद कम होती है. यही कारण है कि बहुत से लोग इस हादसे के बाद काफी डरे हुए हैं. एनडीटीवी की टीम ने आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों से बात की है.
देहरादून एयरपोर्ट के आसपास के रिहाइशी इलाके खासकर भनियावाला, जोली गांव, अटूरवाला गांव में 20 हजार के आसपास आबादी रहती है. यहां पर चार मंजिल ऊंचे मकान और गेस्ट हाउस के अलावा लोगों के आवास भी मौजूद हैं, विमान बेहद ही नजदीक से रनवे पर उतरता है. एनडीटीवी की टीम से ग्रामीणों ने कहा कि एयरपोर्ट की दीवार से के पास ही काफी आबादी की बसावट है, जिसके कारण खतरा बना रहता है.

टेक ऑफ और लैंडिंग के दौरान घरों में होता है कंपन: ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि अगर वैसे ही कोई घटना हुई तो विमान सीधा उनके घरों पर आकर गिर जाएगा. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि विमान के टेक ऑफ और लैंडिंग के दौरान उनके घरों में जोरदार कंपन होता है.

छत के पास से विमान गुजरता है तो डर लगता है: महिलाएं
वहीं कुछ महिलाओं का यह भी कहना है कि अहमदाबाद हादसे के बाद उनको लगता है कि वह अपने परिवार को लेकर दूसरी जगह किराए पर चले जाएं क्योंकि दिन-रात जिस तरीके से विमान उनके घरों की छतों के बेहद नजदीक से गुजरता है तो उनको अब डर लगने लगा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है, लेकिन लंबे समय से उनकी मांग पूरी नहीं हो रही है. इसलिए उनकी मांग जल्दी पूरी हो और उन्हें दूसरी जगहों पर जमीन दी जाए.
ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही सरकार उनको जमीन के बदले जमीन दे क्योंकि सरकार का करीब 5.33 हेक्टेयर जमीन का एयरपोर्ट के विस्तार के नाम पर एक्वायर करने का प्लान है. इसमें ग्रामीणों के आवास, होटल, गेस्ट हाउस और उनके खेत आ रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं