चुनाव आयोग ने हाल ही में उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर चुनाव का शेड्यूल जारी किया है. इन सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे. उपचुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन में अब तक पेच फंसा हुआ है. सपा ने अब तक सात सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए और दो सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं.
यूपी में एनडीए यानी की बीजेपी और उसके सहयोगी दल और इंडिया यानी सपा-कांग्रेस का गठबंधन है. दोनों ही गठबंधनों में सीट शेयरिंग को लेकर मामला सुलझ नहीं पाया है. पहले बात करते हैं एनडीए की. एनडीए गठबंधन में बीजेपी ने 9 में से 8 सीटों पर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वहींं, एक सीट अपनी सहयोगी आरएलडी को देने का मन बनाया है. लेकिन निषाद पार्टी ने दावा किया है कि उसे कम से कम दो सीटें चाहिए. संजय निषाद का दावा है कि 2022 में कटेहरी और मझवां सीट उनके खाते में थी. इसलिए इस बार भी ये दोनों सीटें उसे मिलनी चाहिए. इस मांग को लेकर बीते दो दिनों से संजय निषाद दिल्ली में बैठे हुए है.
वहीं, इंडिया गठबंधन की बात करें तो सपा-कांग्रेस गठबंधन में सपा 9 में से सात पर खुद चुनाव लड़ना चाहती है और दो सीट कांग्रेस को देने को तैयार है. लेकिन कांग्रेस पांच सीटों की अपनी मांग पर अड़ी हुई है. सपा ने कांग्रेस को गाजियाबाद और खैर सीटें गठबंधन में दी है. लेकिन कांग्रेस फूलपुर समेत कुल पांच सीटें सपा से मांग रही है.
सपा ने 9 में से 6 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. गाजियाबाद, खैर और कुंदरकी सीट पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होना बाकी है. वहीं, एनडीए गठबंधन में ना बीजेपी ने उम्मीदवारों की सूची जारी की है, ना उसके सहयोगी. नामांकन की तारीख 25 अक्टूबर तक ही है. ये चुनाव एनडीए और इंडिया, दोनों गठबंधनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. इसी वजह से दोनों दलों में जीत से कम पर समझौता करने को कोई तैयार नहीं दिखाई दे रहा है.
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
चुनाव आयोग ने हाल ही में उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर चुनाव का शेड्यूल जारी किया है. इन सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होंगे. उपचुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन में अब तक पेच फंसा हुआ है. सपा ने अब तक सात सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए और दो सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी हैं.
यूपी में एनडीए यानी की बीजेपी और उसके सहयोगी दल और इंडिया यानी सपा-कांग्रेस का गठबंधन है. दोनों ही गठबंधनों में सीट शेयरिंग को लेकर मामला सुलझ नहीं पाया है. पहले बात करते हैं एनडीए की. एनडीए गठबंधन में बीजेपी ने 9 में से 8 सीटों पर खुद चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वहींं, एक सीट अपनी सहयोगी आरएलडी को देने का मन बनाया है. लेकिन निषाद पार्टी ने दावा किया है कि उसे कम से कम दो सीटें चाहिए. संजय निषाद का दावा है कि 2022 में कटेहरी और मझवां सीट उनके खाते में थी. इसलिए इस बार भी ये दोनों सीटें उसे मिलनी चाहिए. इस मांग को लेकर बीते दो दिनों से संजय निषाद दिल्ली में बैठे हुए है.
वहीं, इंडिया गठबंधन की बात करें तो सपा-कांग्रेस गठबंधन में सपा 9 में से सात पर खुद चुनाव लड़ना चाहती है और दो सीट कांग्रेस को देने को तैयार है. लेकिन कांग्रेस पांच सीटों की अपनी मांग पर अड़ी हुई है. सपा ने कांग्रेस को गाजियाबाद और खैर सीटें गठबंधन में दी है. लेकिन कांग्रेस फूलपुर समेत कुल पांच सीटें सपा से मांग रही है.
सपा ने 9 में से 6 सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. गाजियाबाद, खैर और कुंदरकी सीट पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान होना बाकी है. वहीं, एनडीए गठबंधन में ना बीजेपी ने उम्मीदवारों की सूची जारी की है, ना उसके सहयोगी. नामांकन की तारीख 25 अक्टूबर तक ही है. ये चुनाव एनडीए और इंडिया, दोनों गठबंधनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. इसी वजह से दोनों दलों में जीत से कम पर समझौता करने को कोई तैयार नहीं दिखाई दे रहा है.
इन सीटों पर होगा उपचुनावअंबेडकरनगर की कटेहरी
मैनपुरी की करहल
मुजफ्फरनगर की मीरापुर
गाजियाबाद सदर
मिर्ज़ापुर की मझवां
कानपुर की सीसामऊ
अलीगढ़ की खैर
प्रयागराज की फूलपुर
मुरादाबाद की कुंदरकी
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