- प्रशासन ने सोमवार शाम कब्र पर निर्माण कार्य शुरू कराया था
- पीड़िता के पिता ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी, निर्माण नहीं होगा
- मृतका के पिता नौकरी, शस्त्र लाइसेंस और आवास की मांग कर रहे हैं
उन्नाव (Unnao) के बिहार थाना क्षेत्र में जिंदा जलायी गई दुष्कर्म पीड़िता की कब्र पर प्रशासन द्वारा करवाए जा रहे चबूतरे के निर्माण का परिजनों ने विरोध किया और कब्र पर लगायी गयी ईंटों को उखाड फेंका है. प्रशासन ने सोमवार शाम कब्र पर निर्माण कार्य शुरू कराया था. बिहार थाना प्रभारी विकास पांडेय ने बताया कि परिजनों के विरोध के बाद निर्माण कार्य रुकवा दिया गया है, कब्र पर भी सुरक्षा की व्यवस्था की गयी है. वहीं पीड़िता के पिता ने कहा कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक निर्माण नहीं कराने दिया जायेगा.
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जिला अस्पताल में इलाज करवा रही पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा कि मांगे समय से पूरी नहीं होने पर आत्मदाह करेंगे. मृतका के पिता नौकरी, शस्त्र लाइसेंस और आवास की मांग कर रहे हैं. पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रशासन दे चुका है, कांग्रेस नेत्री पूर्व सांसद अन्नू टण्डन ने पांच लाख रुपये की सहायता और समाजवादी पार्टी ने एक लाख रुपये की सहायता दी है. इस मामले के एक आरोपी शुभम की मां ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
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गौरतलब है कि उन्नाव जिले के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 23 वर्षीय युवती को गुरुवार तड़के (पांच दिसंबर) रेलवे स्टेशन जाते वक्त रास्ते में पांच आरोपियों ने आग के हवाले कर दिया था. आरोपियों में से दो के खिलाफ पीड़िता ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था.
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