- दिल्ली ब्लास्ट में मारे गए मेरठ निवासी मोहसिन का शव पत्नी के विवाद के कारण मेरठ में दफन नहीं हो सका.
- मोहसिन की पत्नी सुल्ताना ने शव को दिल्ली में दफनाने पर जोर दिया जबकि परिवार वाले मेरठ में दफनाना चाहते थे.
- परिवार और मोहल्ले के लोगों ने मोहसिन की पत्नी को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह नहीं मानी.
दिल्ली लाल किला ब्लास्ट में मारे गए मेरठ के मोहसिन के शव को मेरठ की मिट्टी नसीब नहीं हो सकी. मोहसिन के शव को लेकर पत्नी और मोहसिन की मां में खूब खींचतान होती रही. मां रोती-बिलखती रह गई और मोहसिन की पत्नी शव लेकर दिल्ली चली गई. बेटे की मौत के बाद परिवार पर ये दूसरा दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.
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पत्नी ने मेरठ में नहीं होने दिया दफीना
मोहसिन का शव जब मेरठ पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया. लोगों की भीड़ मोहसिन के घर पर जमा हो गई. सभी की आंखे नम थी क्योंकि मोहसिन के परिजनों को रोता बिलखता देखकर हर कोई स्तब्ध था. तभी मोहसिन की पत्नी सुल्ताना भी वहां पहुंच गई. वह इस बात पर अड़ गई कि मोहसिन का दफीना दिल्ली में होगा, मेरठ में नहीं. मोहसिन के परिवार के लोगों ने सुल्ताना को काफी समझाया लेकिन उसने किसी की एक न सुनी.

मोहसिन के जनाजे की तैयारी चल रही थी, लेकिन पत्नी दिल्ली में ही दफीना करने की बात पर अड़ी रही. मोहसिन की मां संजीदा की उसकी पत्नी सुल्ताना से इसे लेकर बहस भी हुई, लेकिन सुल्ताना ने साफ कह दिया दफीना मेरठ नहीं दिल्ली में होगा. मां रोती बिलखती रही लेकिन पत्नी का दिल नहीं पसीजा.

मां बिलखती रही पत्नी दिल्ली ले गई शव
मोहल्ले के लोगों ने भी सुल्ताना को समझाने की खूब कोशिश की कि मोहसिन का जन्म मेरठ में ही हुआ था तो उसका दफीना भी यहीं होना चाहिए, लेकिन सुल्ताना के आगे किसी की एक न चली. कई बार दोनों पक्षों में काफी बहस भी हुई लेकिन पत्नी ने साफ कह दिया यहां दफीना नहीं होगा. वह शव को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हो गई. इस बारे में जब मोहसिन के ससुर से बात की गई तो उन्होंने भी यही कहा कि बेटी दिल्ली में दफीना करना चाहती है.

दिल्ली ब्लास्ट में मारा गया ई रिक्शा चलाने वाला मोहसिन
दरअसल मेरठ के लोहियानगर थाना इलाके के न्यू इस्लाम नगर गली नंबर 28 रहने वाला मोहसिन दो साल पहले अपनी पत्नी सुल्ताना और दो बच्चों के साथ दिल्ली चला गया था. वहां किराए के मकान में रहकर ई रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था, लेकिन लाल किला बम ब्लास्ट में उसकी दर्दनाक मौत हो गई. मोहसिन का शव मेरठ तो आया लेकिन पत्नी की जिद के चलते वापस दिल्ली ले जाया गया. मोहसिन का शव दिल्ली के लिए चला गया लेकिन सवाल पीछे यही रह गया कि मोहसिन को उस मेरठ की मिट्टी भी नसीब ना हो सकी जिस मिट्टी में खेलकर वो बड़ा हुआ था. पीछे रोते बिलखते मां बाप रह गए और मोहसिन इस दुनिया को अलविदा कहकर चला गया.
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