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11 अप्रैल तक मांगे माफी वरना... लखनऊ में रामजी लाल सुमन के खिलाफ करणी सेना का प्रदर्शन

इस पूरे मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि अगर उनके पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के साथ कुछ भी हुआ तो योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार होंगे. यादव की यह टिप्पणी करणी सेना के सदस्यों द्वारा आगरा में सुमन के आवास पर किए गए हमले के मद्देनजर आई थी.

11 अप्रैल तक मांगे माफी वरना... लखनऊ में रामजी लाल सुमन के खिलाफ करणी सेना का प्रदर्शन
रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी.
लखनऊ:

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए बयान को लेकर करणी सेना से जुड़े लोग लखनऊ  में प्रदर्शन कर रहे हैं. 1090 चौराहे पर इकट्ठे होकर इन लोगों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. कहा जा रहा है कि ये लोग सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के घर जा सकते हैं. ऐसे में पुलिस ने गाड़ियां लगाकर करणी सेना के कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की. यह संगठन संसद में सुमन द्वारा हाल में दिए गये एक बयान का विरोध कर रहा है. जिसमें उन्होंने राजपूत राजा राणा सांगा को “देशद्रोही” कहा था. वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा था कि अगर उनके पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के साथ कुछ भी हुआ तो योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार होंगे.

11 अप्रैल तक मांगे माफी

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि अगर रामजी लाल सुमन 11 अप्रैल तक राणा सांगा जी की प्रतिमा के सामने जाकर माफी मांग लेते हैं, तो ये प्रदर्शन रुक जाएगा. प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति ने कहा, रामजी लाल सुमन के खिलाफ एक्शन होनी चाहिए. जब तक मांफी नहीं मांग लेते हैं, ये प्रदर्शन जारी रहेगा.

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क्या है पूरा मामला

21 मार्च को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज की समीक्षा पर बहस में हिस्सा लेते हुए रामजी लाल सुमन राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी. इसके विरोध में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आगरा स्थित सांसद सुमन के आवास पर तोड़फोड़ की थी. सुमन के आवास पर हमले के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने हिंसा की निंदा की और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि सपा राणा सांगा की बहादुरी पर सवाल नहीं उठा रही है. उन्होंने दावा किया था कि हमला ‘सुमन के दलित होने के कारण' हुआ. बता दें राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे.

पुलिस ने की शिकायत दर्ज

रामजी लाल सुमन के आवास पर कथित तौर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के बाद पुलिस ने ‘अज्ञात भीड़' के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सुमन के बेटे रंजीत सुमन की शिकायत पर हरिपर्वत पुलिस थाने में दंगा, हत्या के प्रयास, घर में जबरन घुसने और डकैती के आरोपों के तहत ‘‘सैकड़ों अज्ञात लोगों की अनियंत्रित भीड़'' के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

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