
इटावा के दांदरपुर गांव में हाल ही में श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथावाचक के साथ हुए विवाद और हमले के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. इसी के चलते फ़िरोज़ाबाद जिले के टूंडला क्षेत्र के नगला सिंघी थाना अंतर्गत गांव गढ़ी भगवंत में प्रस्तावित श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन स्थगित कर दिया गया. 28 अक्टूबर से शुरू होने वाली इस धार्मिक कथा की तैयारियाँ पूरी कर ली गई थीं. आयोजनकर्ता मानिक चंद्र यादव ने पास के गांव नगला दत्त निवासी मोहित महाराज को कथा वाचन के लिए आमंत्रित किया था.
यहां मंच सज चुका था, टेंट लग चुके थे, और आज सुबह कलश यात्रा की योजना थी. लेकिन इसी बीच पुलिस को आयोजन की सूचना मिली और नगला सिंघी थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. जिसके बाद पुलिस ने समझाने पर आयोजकों ने श्रीमद्भागवत कथा को रोकने का फैसला लिया.

यादव बाहुल्य गांव में ब्राह्मण कथावाचक को करना था पाठ
पुलिस ने आयोजकों को समझाया कि इटावा की ताजा घटना के बाद जिले भर में सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क है. गढ़ी भगवंत यादव बाहुल्य गांव है जबकि आमंत्रित कथा व्यास ब्राह्मण समुदाय से हैं, ऐसे में किसी भी प्रकार के विवाद की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.

पुलिस ने आयोजकों से कहा कि जब तक उपजिलाधिकारी (SDM) से लिखित अनुमति नहीं मिल जाती, तब तक कथा का आयोजन नहीं किया जा सकता.
आयोजक ने बताया- सारी तैयारी हो चुकी थी, लेकिन शांति के लिए स्थगित
आयोजक मानिक चंद्र यादव ने बताया कि आयोजन की सारी तैयारियाँ हो चुकी थीं, लेकिन शांति और सौहार्द को ध्यान में रखते हुए उन्होंने खुद ही कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया. वहीं कथा व्यास मोहित महाराज ने भी प्रशासन की अपील का सम्मान करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल धर्म प्रचार और श्रद्धालुओं में भक्ति का संचार करना है, किसी भी प्रकार का विवाद वे नहीं चाहते.
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