
आपकी अभागी बहन... कुछ दिनों पहले NDTV के पास एक गुमनाम चिट्ठी आई. इस चिट्ठी को भेजने वाली ने अपना नाम नहीं लिखा था. नाम की जगह पर लिखा था आपकी अभागी बहन. चिट्ठी के साथ एक पेन ड्राइव भी था. जिसमें 59 अश्लील वीडियो थे. चिट्ठी मिलते ही टीम अपने काम पर लगी. उसे पढ़ने के बात एक ऐसे मामले की कहानी सामने आई, जिसके बारे में सोचने से भी सिहरन पैदा हो जाती है.
यूपी के हाथरस जिले का मामला
दरअसल यह मामला है यूपी के हाथरस जिले की. जहां सेठ फूलचंद्र बागला नामक एक डिग्री कॉलेज है. कुछ समय पहले तक इस डिग्री कॉलेज में रजनीश कुमार नामक एक प्रोफेसर थे. ये पढ़ाते तो भूगोल थे, लेकिन इनकी दिलचस्पी पढ़ाने से ज्यादा कुछ ऐसे करतूतों में थी, जिसकी किसी ने उम्मीद भी नहीं की होगी.

प्रोफेसर करता था यौन शोषणा, वीडियो भी बनाता था
दरअसल रजनीश कुमार अपने कॉलेज की छात्राओं का यौन शोषण करते थे. फिर उसका वीडियो भी बनाकर अपने पास रखते थे. ताकि बाद में उन वीडियो के जरिए फिर से लड़कियों के साथ दरिंदगी कर सके. रजनीश कुमार की सताई किसी लड़की ने यह गुमनाम चिट्ठी एनडीटीवी को भेजी थी. चिट्ठी में उसने अपना दर्द भी लिखा था. साथ ही सबूत के तौर पर पेन ड्राइव में वीडियो भी भेजे थे.
महिला आयोग और पुलिस को मिली गुमनाम चिट्ठी
बाद में छात्राओं से यौन शोषण करते हुए कुछ वीडियो वायरल भी हुए. यह जानकारी सामने आई कि पीड़ितों ने यह गुमनाम चिट्ठी राष्ट्रीय महिला आयोग, हाथरस पुलिस को भेजी थी. जिसमें एक सीडी भेजी गई, हालांकि भेजने वाले ने नाम नहीं बताया.

आरोपी प्रोफेसर पर केस दर्ज, किया जा चुका सस्पेंड
पुलिस ने शिकायत और वीडियो के आधार पर चीफ प्रॉक्टर रजनीश कुमार के ऊपर एफआईआर दर्ज की, एफआईआर यौन शोषण के सेक्शन में दर्ज की गई. कॉलेज में प्रिंसिपल और मैनेजमेंट से पुलिस ने संपर्क किया, एफआईआर दर्ज होते ही प्रिंसिपल ने मैनेजमेंट के साथ मीटिंग की, चीफ प्रॉक्टर रजनीश कुमार को तुरंत सस्पेंड कर दिया.
एग्जाम पास करवाने, नौकरी दिलाने के नाम पर करता था शोषण
एसपी के मुताबिक आरोप है अपने पद का दुरप्रयोग करते हुए छात्राओं को एग्जाम में पास करवाने, सरकारी टीचर की नौकरी दिलाने, कॉम्पटीशन में पास कराने के नाम पर यौन उत्पीड़न करता था, एफआईआर दर्ज कर पकड़ने की कोशिश हो रही है.
अब पुलिस के सामने आ रही यह परेशानी
अब इस सनसनीखेज मामले में पुलिस के सामने कार्रवाई करने में एक बड़ी परेशानी आ रही है. दरअसल चिट्ठी गुमनाम है, वीडियो साल 2023 के बने हुए हैं. रजनीश कुमार यौन शोषण के दौरान खुद वीडियो बनाता था, कैमरा छुपाकर रखता था ताकि आगे ब्लैकमेल करके दुबारा यौन शोषण किया जा सके.
पुलिस के सामने अब तक किसी पीड़ित लड़की ने बयान दर्ज नहीं कराया है, इसलिए जांच में परेशानी आ रही है. जानकार की माने तो पीड़ित के बयान के बिना केस कमजोर होगा. जैसा की अजमेर के चर्चित ब्लैकमेल केस में हुआ था.
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