गोरखपुर के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों की मौत हो गई थी (फाइल फोटो)
लखनऊ:
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से दर्जनों बच्चों की मौत के मामले में फरार चल रहे ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के मालिक मनीष भंडारी को गोरखपुर पुलिस ने गोरखपुर-देवरिया बाइपास पर गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 409, 308, 120 (बी), 420 वगैरह के तहत एफआईआर दर्ज थी, लेकिन वह फरार चल रहे थे. इस मामले में वह 9वें और आखिरी आरोपी हैं. जिन 9 लोगों के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज है, उनमें बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल की पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला, एनेसथिसिया विभाग के हेड डॉ सतीश और हंड्रेड बेड वॉर्ड के इंचार्ज डॉ कफील और मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के चार अन्य कर्मचारी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं.
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मनीष भंडारी के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में लिखा गया है कि पुष्पा सेल्स प्राइवेट लिमिटेड की जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज में जीवनरक्षक लिक्विड ऑक्सीजन गैस की सप्लाई करने की थी, लेकिन कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई. 3 अगस्त को मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों ने पुष्पा सेल्स को बताया था कि ऑक्सीजन खत्म हो रही है, इससे बच्चों की मौत हो सकती है. लेकिन इसके बावजूद पुष्पा सेल्स ने ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी. उनका ये काम आपराधिक न्याय भंग की श्रेणी में आता है.
VIDEO : मासूम बच्चों का गुनहगार कौन?
समझा जाता है कि मनीष भंडारी सोमवार को अदालत के सामने सरेंडर करने की तैयारी में थे, लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
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समझा जाता है कि मनीष भंडारी सोमवार को अदालत के सामने सरेंडर करने की तैयारी में थे, लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
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