
- गाजीपुर में पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान घायल बीजेपी कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की मौत
- पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित और 5 को लाइन हाजिर किया
- मृतक के परिजन और बीजेपी नेताओं ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
गाजीपुर में पुलिस की पिटाई से बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है. नोनहरा थाने में हुई इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, जबकि पांच अन्य को लाइन हाजिर किया गया है. मृतक कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की मौत के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. बीजेपी कार्यकर्ता की मौत से लोग काफी आक्रोशित थे और पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए थे.
क्या है पूरा मामला, जानिए
बलिया से सटे गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना परिसर में मंगलवार की रात धरना दे रहे थे. इस धरने के दौरान लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस लाठीचार्ज में एक बीजेपी क घायल हुए बीजेपी एक कार्यकर्ता की कल मौत हो गई. थाने में पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान घायल बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के बाद लोगों में आक्रोश है. इस मामले में पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने रात में धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए, जबकि एक कार्यकर्ता सिया राम उपाध्याय को गंभीर चोटे आईं. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस के लाठीचार्ज का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.

पुलिस पर एक्शन की मांग पर अड़े घरवाले
कार्यकर्ता की मौत पर परिजनों और बीजेपी नेताओं द्वारा दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. गांव पर एसपी के साथ भारी पुलिस फोर्स की तैनाती है. मृतक के गांव रुकन्दीपुर में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्त्ताओं और ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया. मृतक बीजेपी कार्यकर्त्ता सियाराम दिव्यांग था और बताया जा रहा है पुलिस के लाठीचार्ज के दौरान वो भाग नही पाया और जमीन पर गिर पड़ा, जिसके बाद पुलिसवालों ने उसकी बड़ी बेरहमी से पिटाई की. किसी तरह वो अपने घर पहुंचा. घर पर ही उसका इलाज चल रहा था. लेकिन उसकी मौत हो गई.
इस मामले में पुलिस ने क्या कुछ बताया
बीजेपी कार्यकर्त्ता की मौत के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है. जबकि मृतक के परिजनों ने पूरे मामले को लेकर इंसाफ की गुहार लगाई है. लोग दोषी पुलिस वालों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. इस मामले में गाजीपुर एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि दो पक्षों के आपसी विवाद में एक पक्ष के लोग थाने में आकर बैठ गए. इस दौरान लाइट चली जाने से अफरातफरी मच गई. बिजली चले जाने के बाद धरना दे रहे लोग थाने से चले गए. एसपी का दावा है कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जाएगी.

(एनडीटीवी के लिए सुनील सिंह की रिपोर्ट)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं