उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने किसानों के हित में कई बड़े फैसले लिए हैं (फाइल फोटो)
- 12.5 लाख को-ऑपरेटिव किसानों का कर्ज किया गया माफ
- राजस्व निरीक्षक की सीधी भर्ती समाप्त, लेखपालों की होगी पदोन्नति
- प्रदेश के 70 जिलों के भू-मानचित्रों को डिजिटल किया जाएगा
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लखनऊ:
योगी सरकार ने किसानों के हक़ में कई बड़े फैसले किए हैं. इसमें को-ऑपरेटिव बैंक के करीब साढ़े 12 लाख किसानों का कर्ज माफ कर उनके खाते फिर से खोलने का फैसला प्रमुख है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न हुई कैबिनेट की बैठक में 11 फैसले लिए गए. सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह कि को-ऑपरेटिव में कर्ज न चुका पाने की वजह से करीब 12 लाख, 61 हजार किसानों के बैंक खाते बंद कर दिए गए थे. सरकार ने 75 फीसदी इनका कर्ज देकर और को-ऑपरेटिव बैंक ने 25 फीसदी माफ कर इनके डेड खातों को फिर से चालू करने का फैसला किया है.
पढ़ें: किसानों को कर्जमाफी नहीं, बबूल के पेड़ से आम नहीं मिल सकता: अखिलेश यादव
सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि राजस्व निरीक्षक की सीधी भर्ती समाप्त कर दी गई. पहले 25 फीसदी पदों पर सीधी भर्ती और 75 फीसदी प्रोन्नत से भरी जाती थी, लेकिन अब सभी पदोन्नत से भरे जाएंगे. इसका सर्वाधिक लाभ लेखपालों को मिलेगा. श्रीकांत शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में कैबिनेट के फैसलों पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 70 जिलों के भू-मानचित्रों को डिजिटल किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ राजस्व निरीक्षक सेवा नियमावली में संसोधन कर 4,281 पद स्वीकृत किए गए हैं. इसमें 25 फीसदी पद लोकसेवा आयोग के माध्यम से और बाकी 75 फीसदी पद, जिसमें 55 फीसदी लेखपाल संवर्ग, 18 अमीन संवेग से भरे जाने हैं. चट्टान और ग्रेनाइट, डोलो स्टोन, सिलिका सेंड पैराफाइड आदि के खनन को ई-टेंडर से किए जाने को लेकर नोडल एजेंसी के निर्धारण को मंजूरी मिली है.
VIDEO: यूपी में किसानों की कर्ज़माफी बनी मज़ाक
सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई को कुछ समय के लिए खनन क्षेत्र आरक्षित किया जाएगा. पीडब्ल्यूडी को सात क्षेत्र, सोनभद्र, झांसी, महोबा, बांदा खनन क्षेत्र दिया गया. एनएचएआई को छह खनन क्षेत्र दिया जा रहा है. डेडिकेटेड फ्रंट कोरीडोर को सात खनन क्षेत्र आरक्षित किए गए हैं.
(इनपुट आईएएनएस से)
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सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने बताया कि राजस्व निरीक्षक की सीधी भर्ती समाप्त कर दी गई. पहले 25 फीसदी पदों पर सीधी भर्ती और 75 फीसदी प्रोन्नत से भरी जाती थी, लेकिन अब सभी पदोन्नत से भरे जाएंगे. इसका सर्वाधिक लाभ लेखपालों को मिलेगा. श्रीकांत शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन में कैबिनेट के फैसलों पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 70 जिलों के भू-मानचित्रों को डिजिटल किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ राजस्व निरीक्षक सेवा नियमावली में संसोधन कर 4,281 पद स्वीकृत किए गए हैं. इसमें 25 फीसदी पद लोकसेवा आयोग के माध्यम से और बाकी 75 फीसदी पद, जिसमें 55 फीसदी लेखपाल संवर्ग, 18 अमीन संवेग से भरे जाने हैं. चट्टान और ग्रेनाइट, डोलो स्टोन, सिलिका सेंड पैराफाइड आदि के खनन को ई-टेंडर से किए जाने को लेकर नोडल एजेंसी के निर्धारण को मंजूरी मिली है.
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सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई को कुछ समय के लिए खनन क्षेत्र आरक्षित किया जाएगा. पीडब्ल्यूडी को सात क्षेत्र, सोनभद्र, झांसी, महोबा, बांदा खनन क्षेत्र दिया गया. एनएचएआई को छह खनन क्षेत्र दिया जा रहा है. डेडिकेटेड फ्रंट कोरीडोर को सात खनन क्षेत्र आरक्षित किए गए हैं.
(इनपुट आईएएनएस से)
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