- कानपुर के गुजैनी में तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बाइक सवार धर्मेंद्र कठेरिया की मौत
- धर्मेंद्र शनिवार को भांजी की शादी समारोह में शामिल होकर बाइक से घर लौट रहे थे
- हादसे में गंभीर चोट लगने के बाद धर्मेंद्र को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई
कानपुर के गुजैनी में पतरसा रोड पर तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बाइक सवार की जान चली गई. भांजी की शादी समारोह से युवक लौट रहा था और रविवार को ही उसके छोटे भाई की बारात जानी है. दो शादियों वाले घर में मौत से कोहराम मच गया. परिजनों ने पुलिस से हाथ जोड़कर एक दिन बाद पोस्टमार्टम करवाने का आग्रह किया है. आंखों में आंसू भरे परिजनों ने कहा कि आज बारात जानी है, इस होनी में उस लड़की का क्या कसूर. विदाई के बाद पोस्टमार्टम कराएंगे.
कैसे हुआ हादसा
जूही राखी मंडी निवासी 41 वर्षीय धर्मेंद्र कठेरिया ड्राइवर थे. परिवार में पत्नी सोनी, तीन बेटियां और एक बेटा है. भाई सुरेंद्र ने बताया कि शनिवार को उनकी भांजी गुड़िया की शादी थी. धर्मेंद्र परिवार समेत शादी समारोह में शामिल होने मर्दनपुर स्थित गेस्ट हाउस गए थे. वहां से देर रात बाइक से अकेले घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में पांडुनदी के पास पतरसा रोड पर पीछे से आए तेज गति ट्रक ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी.
ये भी पढ़ें : ये लोगों में डर पैदा करने जैसा कदम... डिटेंशन सेंटर को लेकर छिड़े बवाल पर बोलीं सपा सांसद
इलाज के दौरान मौत
जबरदस्त ठोकर के कारण वह उछलकर सड़क किनारे खंती में जा गिरे और बाइक घिसटती हुई दूर तक चली गई. सिर व शरीर पर गंभीर चोटें आने से गंभीर अवस्था में धर्मेंद्र वहीं पड़े रहे. राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें हैलट में भर्ती कराया और परिजनों को हादसे की खबर दी. इलाज के दौरान रविवार भोर पहर धर्मेंद्र की मौत हो गई. इस पर परिजनों में चीख-पुकार मच गई. सुरेंद्र के अनुसार उनके छोटे भाई रोहित की भी शादी है और रविवार शाम को ही साकेतनगर बारात जानी है. इसलिए पुलिस से एक दिन बाद शव का पोस्टमार्टम कराने का आग्रह किया है.
बस रस्म निभानी है, लड़की का क्या कसूर
आंखों में आंसू भरे सुरेंद्र ने कहा कि एक तरफ भाई का शव पोस्टमार्टम हाउस में रखा है, दूसरी तरफ भाई की बारात जानी है. घर में मातम ऐसा माहौल है, सोच नहीं पा रहे क्यां करें. लेकिन इस अनहोनी में उस लड़की का क्या कसूर. इसलिए रस्म निभानी है. नाते-रिश्तेदार घर में गमगीन बैठे हैं, वहीं ढांढस बंधा रहे हैं. फफकते हुए कहा कि अब विदाई के बाद भाई को कंधा देंगे.
ये भी पढ़ें : UP देश का पहला ऐसा राज्य, जहां लगातार छठे साल बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं हुईः ऊर्जा मंत्री
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं