महोबा में बीते रोज भाजपा नेता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सड़क हादसे में घायल भाजपा नेता को अस्पताल ले जाने के दौरान सिपाही ने अपने दो साथियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया था. भाजपा नेता की सोने की चेन, चार अंगूठियां और दो मोबाइल लूट लिए गए थे. इस खुलासे के बाद से वर्दीधारी की करतूत को सुन हर कोई दंग है. सिपाही ने खाकी को दागदार कर मानवता को ही शर्मसार कर डाला है. पुलिस अधीक्षक ने 24 घंटे के अंदर उक्त घटना का खुलासा कर पकड़े गए तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है और वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
पूरा मामला समझिए
बीते रोज चरखारी कोतवाली कस्बा के भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सचिन पाठक खून से लथपथ महोबा रोड पर पड़े मिले थे. जिनकी इलाज के दौरान दर्दनाक मौत हो गई थी. भाजपा नेता की संदिग्ध मौत पर मृतक के भाई देवेंद्र और अन्य परिजनों ने मोबाइल, अंगूठियां,चेन गायब देख लूट के बाद हत्या करने की आशंका जताई थी. भाजपा नेता की संदिग्ध मौत की सूचना पर सरकार के राज्य मंत्री राकेश राठौर सहित विधायक, पूर्व सांसद और कार्यकर्ताओं ने उक्त मामले के जल्द से जल्द खुलासे की मांग की थी.
24 घंटे के अंदर हुआ खुलासा
इस मामले को पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने गंभीरता से लिया और यही वजह है कि उक्त घटना के खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया था. 24 घंटे के अंदर पुलिस ने जब उक्त घटना का खुलासा किया तो सभी हैरत में पड़ गए कि कैसे डायल 112 में ड्यूटी कर रहे PRV के सिपाही ने देश की सेवा और फर्ज की कसम को दरकिनार कर मानवता को ही शर्मसार का डाला था.
ऐसे हुई थी वारदात
बताया जाता है कि मृतक भाजपा नेता सचिन पाठक 16 सितंबर की देर रात अपने एक मित्र को रेलवे स्टेशन छोड़ने के बाद वापस घर लौट रहे थे तभी सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसकी सूचना पर पर PRV वाहन मदद के लिए पहुंचा था. जहां पीआरवी में तैनात सिपाही नीलकमल ने खून से लथपथ भाजपा नेता की मदद से पहले उसके साथ लूट की घिनौनी वारदात को अंजाम दे डाला. घायल भाजपा नेता की चार अंगूठियां, सोने की चेन, दो मोबाइल लूट कर अपने दो अन्य साथियों को देकर फरार करा दिया और खुद एंबुलेंस से घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया था, जहां इलाज के दौरान बीजेपी नेता की मौत हो गई थी.
सिपाही गिरफ्तार
ऐसे में पुलिस ने आरोपी पीआरवी वाहन के सिपाही नीलकमल को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल बताते हैं कि उक्त घटना में मृतक के परियों द्वारा लूट और हत्या की आशंका व्यक्त की गई थी और तहरीर के आधार पर पुलिस ने अभियोग भी पंजीकृत किया था, लेकिन जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि मदद के लिए पहुंची PRV में तैनात कांस्टेबल नीलकमल ने अपने दो अन्य साथी उमेश चंद्र गुप्ता और जवाहर पाटकार को गिरफ्तार किया है. तीनों अभियुक्तों से जब पूछताछ की गई तो घटना के अनावरण के साथ-साथ मृतक भाजपा नेता से लूटा गया माल भी बरामद कर लिया गया है.
बहरहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की है, लेकिन इस वारदात के बाद से खाकी पर विश्वास करने वाले लोग हैरत में हैं कि कैसे मजबूर, असहाय,गरीबों और घायलों की मदद के लिए काम करने वाली खाकी ने मानवता को ही दागदार कर दिया और घायल को उचित इलाज देने के स्थान पर लूट की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया. भले ही पुलिस ने बीजेपी नेता की मौत का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन कहीं ना कहीं इस वारदात से खाकी भी दागदार हुई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं